Shreya Tiwari Death Case: आजमगढ़ में 11वीं की क्लास की स्टूडेंट श्रेया तिवारी की मौत मामले में नया मोड़ आ गया है. पुलिस ने आरोपी प्रिंसिपल सोनम मिश्रा और क्लास टीचर अभिषेक राय को क्लीन चिट दे दी है. इससे परिजन काफी दुखी हो गए. प्रिंसिपल और क्‍लास टीचर की रिहाई के बाद घरवालों ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं. दरअसल, इस मामले में श्रेया के माता-पिता का कहना है कि गरीबों का कोई नहीं है. अगर आप गरीब हैं तो आपकी हार तय है. उन्होंने अपना दुख बताते हुए कहा कि, आखिर किसके ऊपर यकीन करके लड़ाई लड़ूं, कौन मुझे इंसाफ दिलाएगा.


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बेटी को नहीं मिला न्याय: परिजन
श्रेया तिवारी के पिता ने कहा कि, मेरी बेटी चली गई लेकिन मेरी बेटी को इंसाफ भी नहीं मिल रहा है. आखिर एक दिन में कैसे सबकुछ बदल गया. वहीं, श्रेया की मां का रो-रोकर बुरा हाल है. श्रेया की मां का कहना है कि गरीब को जीने का हक नहीं है. उन्‍होंने बताया कि उनकी बेटी पर तरह-तरह के इल्जाम लगाए जा रहे हैं. प्रशासन की ओर से सहयोग नहीं मिल रहा है. अब सीएम योगी से ही न्‍याय मिलने की उम्‍मीद है.वहीं, इस मामले में मंगलवार को यूपी में तमाम प्राइवेट स्कूल बंद रहे. दूसरी ओर अभिभावक संघ के साथ अन्य संगठनों ने मिलकर शहर में जुलूस निकालकर अपना विरोध दर्ज कराया.



31 जुलाई का है मामला
बता दें कि बीती 31 जुलाई को आजमगढ़ के चिल्ड्रेन गर्ल्स कॉलेज की 11वीं की छात्रा श्रेया तिवारी ने तीसरी मंजिल से कूदकर खुदकुशी कर ली थी. परिजनों ने प्रिंसिपल और क्‍लास टीचर पर गंभीर आरोप लगाए थे. परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने प्रिंसिपल और क्लास टीचर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर उन्‍हें गिरफ्तार कर लिया था. इस बीच प्रिंसिपल और क्लास टीचर ने सीजेएम कोर्ट में जमानत की याचिका दाखिल की थी, जिसे कोर्ट ने रद्द कर दिया था. अब पुलिस ने सबूतों का अभाव होने की वजह से दोनों को क्‍लीन चिट दे दी. 


 


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