उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में सपा से पूर्व सांसद अतीक अहमद और उसके भाई की हत्या के बाद महाराष्ट्र के बीड़ जिले में बैनर लगाए गए हैं. बैनर में दोनों भाइयो को शहीद का दर्जा दिया गया है. इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. 


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अतीक अहमद के सम्मान में मजलगांव में बैनर लगाए गए. इन बैनरों में उन्हें शहीद का दर्जा दिया गया. पुलिस की नजर पड़ते ही इन बैनरों को हटा दिया गया और पुलिस ने तफतीश कर दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया. अतीक अहमद के बैनर मौसिन भैया मित्र मंडल की तरफ से लगाया गया था. बैनर पर कई नारे भी लिखे हुए थे. 


पुलिस अधिकारी स्वप्निल राठौड़ ने बताया कि "अतीक अहमद और अशरफ को शहीद बताने और श्रद्धांजलि देने वाला फ्लेक्सबोर्ड मजलगांव में लगाया गया था. उस फ्लेक्सबोर्ड पर कुछ शब्द धार्मिक तनाव पैदा कर देने वाले लिखे गए थे. उसके चलते उस जगह से हमने फौरन बैनर हटा दिया. कुल 4 लोगों पर FIR दर्ज किया है. इसमें से 2 लोगों को फौरन अरेस्ट कर लिया गया है."



गौरतलब है कि 100 से ज्यादा मामलों में मुजरिम अतीक अहमाद उत्तर प्रदेश में 4 बार विधायक और एक बार सांसद रह चुके हैं. वह पुलिस हिरासत में थे. उन्हें पुलिस प्रयागराज में मेडिकल चेकअप के लिए ले जा रही थी तभी उन्हें तीन बदमाशों ने आकर गोली मार दी. उन्हें पुलिस और मीडिया के सामने गोली मारी गई. 


इसके बाद अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ को उनही के इलाकाई कब्रिस्तान में दफनाया गया. इससे पहले अतीक अहमद के बेटे असद को भी एनकाउंटर में मार दिया गया. उसे भी उसी कब्रिस्तान में दफ्नाया गया.


इसके अलावा उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में कांग्रेस के नेता राजकुमार रज्जू ने अतीक अहमद को "भारत रत्न" देने की मांग कर डाली. इसके बाद इस नेता को कांग्रेस पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है.


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