Bareilly News: उत्तर प्रदेश में बीजेपी नेता ने सार्वजनिक तौर पर इस्लाम कबूल करने का ऐलान किया है. जिसके बाद पूरे राज्य में सियासी हलचल तेज हो गई है. दरअसल, बरेली भाजपा महानगर उपाध्यक्ष प्रदीप अग्रवाल के बंदूक का लाइसेंस डीएम ने सस्पेंड कर दिया था. जिसके बाद बीजेपी नेता ने पार्टी के नेताओं से मदद मांगी, लेकिन किसी ने उनकी मदद नहीं की. इस बात बीजेपी नेता नाराज हो गए और ऐलान किया है वह 15 दिनों के भीतर इस्लाम धर्म अपना लेंगे. हालांकि, अब उन्होंने अपनी पोस्ट डिलीट कर दिया है.


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बीजेपी नेता ने फेसबुक पर क्या लिखा
बीजेपी नेता प्रदीप अग्रवाल ने सोशल मीडिया साइट फेसबुक पर अपना दर्द शेयर किया था. उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा, "मैं 1988 से बीजेपी में सिपाही हूं, पार्टी सत्ता में रही या विपक्ष में मैं हमेशा से साथ रहा हूं. बिल्कुल बेकसूर होने के बाद भी 7 महीने जेल काटी है, कोर्ट ने भी मुझे बेकसूर माना है इसके बाद भी मेरे दोनों शस्त्र लाइसेंस को सस्पेंड कर दिया गया और बरेली के बड़े नेता कह रहे हैं मेरे पास आओ तुम्हारे सामने फोन करूंगा, तो सब ठीक हो जाएगा. मैं जाऊं या न जाऊं काम होना चाहिए, जो कि आज तक नहीं हुआ है."


आगे उन्होंने लिखा, "मेरे साथ जितना बुरा हो सकता था हुआ, मैं अपनी सरकार के खिलाफ नहीं जा सकता, लेकिन मैं बहुत मजबूर हूं. सरकार में अधिकारी मनमर्जी कर रहे हैं. पार्टी के किसी भी विधायक-सांसद और पदाधिकारी की बात का संज्ञान भी नहीं लेते हैं. किसी की बात नहीं सुनते हैं." 


यूपी में अफसरशाही है हावी
इसके साथ ही बीजेपी नेता ने अफसरशाही को लेकर लिखा, "हम अधिकारियों के चक्कर काटते हैं, फिर भी कोई काम नहीं बनता है. मेरे ऊपर जो धारा 307 का मामला चल रहा है, मैं उसमें बेकसूर हो चुका हूं, फिर भी मेरा लाइसेंस सस्पेंड किया जा चुका है, इस बात से मैं मायूस हूं.


क्या है पूरा मामला
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अप्रैल 2022 में सुभाष नगर इलाके में रहने वाले एक सिपाही के बेटे से उसका विवाद हुआ था. इस दौरान उसने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से फायरिंग कर दी थी. इसमें सिपाही का बेटा हिमेश बुरी तरह जख्मी हो गया था. इस पूरे मामले में मुकदमा भी दर्ज हुआ था, जिसके बाद बरेली के डीएम रविंद्र कुमार ने पुलिस रिपोर्ट के आधार पर प्रदीप अग्रवाल के दोनों शस्त्र लाइसेंस निरस्त कर दिए थे.