नई दिल्लीः सड़क पर होने वाले वाहनों की टक्कर की घटनाओं को देखकर ऐसा लगता है कि ज्यादातर दुर्घटनाएं रात में होती होंगी, क्योंकि इस वक्त लोग तेजी से और थोड़ी लापरवाही से वाहन चलाते हैं. अक्सर रात के वक्त सड़कों पर दुर्घटनाग्रस्त गाड़ियां भी देखने को मिल जाती है. लेकिन सरकारी आंकड़ों की माने तो सबसे ज्यादा सड़क हादसे आधी रात के पहले ही होते हैं.  ?
साल 2021 में सड़क हादसो को लेकर कई गई एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की सड़कों पर दोपहर 3 बजे से रात 9 बजे के बीच यातायात के लिए सबसे खतरनाक वक्त होता है. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा जारी वार्षिक रिपोर्ट - 'भारत में सड़क दुर्घटनाएं 2021’ में बताया गया है कि शाम के घंटे, विशेष रूप से शाम 6 बजे से रात 9 बजे के बीच तीन घंटे के वक्फे के दौरान 2021 में देश में सबसे ज्यादा सड़क हादसे दर्ज की गई हैं. "


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शाम 6 बजे और रात 9 बजे के बीच सबसे ज्यादा घटनाएं 
रिपोर्ट के मुताबिक, “2021 में शाम 6 बजे और रात 9 बजे के बीच  के दौरान सड़क हादसों की ज्यादा तादाद दर्ज की गई, जो मुल्कभर में होने वाले कुल हादसों का 20.7 फीसदी है, और यह पिछले पांच सालों में देखे गए पैटर्न के मुताबिक है.“
रिपोर्ट में बताया गया है कि दिन में दूसरा उच्चतम समय अंतराल दोपहर 3 और शाम के 6 बजे के बीच था, जो सड़क दुर्घटनाओं का 17.8 फीसदी हिस्सा था. 

2021 में कुल 40,305 सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गईं
रिपोर्ट में दर्ज आंकड़ों के मुताबिक, दोपहर और शाम का वक्त सड़क पर रहने के लिए सबसे खतरनाक वक्त है. रात के 12 बजे से सुबह 6 बजे के बीच में सबसे कम सड़क हादसे देखे गए हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, मुलकभर में 2021 में कुल 4,12,432 सड़क  हादसे हुए और अधिकतम 85,179 सड़क हादसे (20.7 प्रतिशत) शाम 6 बजे और रात 9 बजे के बीच हुए हैं, जबकि 73,467 सड़क हादसे (17.8 फीसदी) दोपहर के बाद 3 बजे और शाम 6 बजे के बीच हुए हैं. साल 2021 में सड़क हदसों के मासिक विश्लेषण से पता चलता है कि जनवरी के महीने में सबसे ज्यादा सड़क हादसे रिपोर्ट किए गए हैं. इसके बाद दिसंबर, नवंबर और अक्टूबर का स्थान रहा है. आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी 2021 में कुल 40,305 सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गईं, जिनमें 14,575 लोग मारे गए हैं.


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