West Bengal Ram Navami: वेस्ट बंगाल में रामनवमी समारोह से पहले किसी भी सांप्रदायिक तनाव को रोकने के लिए पश्चिम बंगाल में कई पुलिस स्टेशन हाई अलर्ट पर हैं. हिंदू जागरण मंच कथित तौर पर राज्य के सभी जिलों में वार्ड या पंचायत स्तर पर लगभग 5,000 धार्मिक जुलूस निकालेगा. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से संबद्ध संगठन ने बारासात, सिलीगुड़ी और कोलकाता के बड़ाबाजार में बड़े जुलूस की भी योजना बनाई है.


वेस्ट बंगाल में हाई अलर्ट


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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अखबार ने बताया कि हुगली, हावड़ा, उत्तर और दक्षिण दिनाजपुर, आसनसोल और बैरकपुर में जिला प्रशासन भी अलर्ट पर है, जहां अतीत में रामनवमी उत्सव के दौरान सांप्रदायिक तनाव हुआ था. पुलिस ने कहा है कि कानून-व्यवस्था का उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यक्ति से सख्ती से निपटा जाएगा.


हथियारों को सार्वजनिक प्रदर्शन की नहीं है इजाजत


एक अज्ञात पुलिस अधिकारी ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, "त्योहार के अवसर पर जुलूस के दौरान हथियारों के सार्वजनिक प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी जाएगी." "कुछ पारंपरिक समूहों और अखाड़ों को इजाजत दी गई है. यहां तक कि उनके जुलूसों की भी वीडियोग्राफी की जाएगी."


राम नवमी उत्सव हाल के सालों में एक राजनीतिक युद्ध के मैदान में बदल गया है और रैलियां बड़े राजनीतिक टकराव और यहां तक कि सांप्रदायिक दंगों में बदल गई हैं. पिछले साल 30 मार्च को हावड़ा में झड़पें हुई थीं और बाद में यह दो अन्य जिलों, उत्तरी दिनाजपुर और हुगली में फैल गईं. दस लोग घायल हो गए थे.


हाई कोर्ट ने दी इजाजत


इस सप्ताह की शुरुआत में, कलकत्ता उच्च न्यायालय ने सोमवार को विश्व हिंदू परिषद और अंजनी पुत्र सेना को कुछ शर्तें लगाते हुए 17 अप्रैल को हावड़ा में रामनवमी जुलूस निकालने की इजातत दे दी थी. राज्य सरकार ने वैकल्पिक मार्ग का प्रस्ताव देते हुए जुलूस को रोकने की मांग की थी. हिंदू जागरण मंच का कहना है कि राम नवमी के प्रोग्राम में लाखों लोग शामिल होने की उम्मीद है.