Bengaluru Blast: 2008 बेंगलुरु ब्लास्ट के आरोपी अब्दुल नसर मदनी का मंगलवार को भीड़ ने बेहतरीन स्वागत किया. आपको जानकारी के लिए बता दें सुप्री को कोर्ट ने अब्दुल को केरल राज्य में दाखिल होने की इजाजत दी थी ताकि वह अपने बीमार बाप से मिल सके. मदनी 2014 से बेल पर बाहर है. कोर्ट ने उसे खराब हेल्थ के कारण बेल दी हुई है. लेकिन कोर्ट ने उसे बेंगलुरू ना छोड़ने का आदेश दिया था. अप्रैल 2023 में एपेक्स कोर्ट ने उसे केरल जाने की इजाजत दी थी. लेकिन कर्नाटक सरकार के जरिए सिक्योरिटी की अत्याधिक राशी की मांग के कारण वह केरल नहीं जा पाया था.


पूरा खर्चा उठाएगा मदनी


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

तकरीबन कर्नाटक पुलिस डिपार्टमेंट के 12 पुलिस जवाब मदनी की सिक्योरिटी देख रहे हैं. ऐसे में कोर्ट ने उसे आदेश दिया है कि सभी का खर्च वही देखेगा. जैसे ही मदनी अपने होम टाउन पहुंचा तो लोगों ने उसका जबकदस्त स्वागत किया. उसके चाहने वाले इंटरनेशन एयरपोर्ट पर सोमवार शाम से ही मौजूद थे. बता दें ये उसकी राज्य में छठा दौरा है.


अपनी यात्रा की शुरूआत करते हुए मदनी ने कहा कि उसे प्लान करके फंसाया गया है. लोगों को दशकों तक विचाराधीन कैदियों के रूप में हिरासत में रखना,
 ये देश के लीगल सिस्टम के लिए एक शर्म की बात है. मदनी कहता है- "मैं इस लंबी हिरासत का सामना करने के लिए मानसिक रूप से तैयार था क्योंकि मुझे पता था कि उन्होंने मुझे योजनाबद्ध तरीके से फंसाया था. मैं उन विचाराधीन कैदियों में से एक हूं जो देश में सबसे लंबे समय तक सलाखों के पीछे रहे हैं. यह भारतीयों के लिए शर्मिंदगी की बात होगी." कानूनी प्रणाली में इतने लंबे समय तक विचाराधीन कैदियों को रखा जाता है, ताकि जब वे मरने के करीब हों तो उन्हें रिहा किया जा सके. मुझे उम्मीद है कि जिम्मेदार लोग ऐसी प्रथाओं पर पुनर्विचार करेंगे."


मदनी ने कहा कि उसकी हेल्थ कंडीशन खराब है उसे उम्मीद है कि केरल में उसे अच्छा इलाज मिलेगा. वह केरल पहुंचकर अपनी मां की कब्र पर नमाज अदा करेगी और फिर अपने पिता के पास जाएगा. मदनी केरल में 8 जुलाई तक है.