Bengaluru Building Collapse: बेंगलुरु में इमारत ढहने की घटना में मरने वालों की तादाद बुधवार सुबह बढ़कर पांच हो गई है. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें मंगलवार शाम से बचाव अभियान चला रही हैं, क्योंकि मलबे में कम से कम 17 लोगों के फंसे होने की आशंका है.


10 लोगों को बचाया गया


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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कम से कम 10 लोगों को ढही हुई बिल्डिंग के मलबे से रेस्क्यू किया गया है, जिनमें से पांच को अस्पताल में भर्ती करा दिया दिया गया है. बताया जा रहा है पांचों की हालत गंभीर बनी हुई है. बचाव दल पिछले 16 घंटों से मलबा हटाने और अंदर फंसे लोगों की पहचान करने के लिए काम कर रहा है.


डीके शिवकुमार ने किया दौरा


कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने मंगलवार शाम को घटनास्थल का दौरा किया और कहा कि बेंगलुरु में सभी अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा, "मुझे बताया गया कि यह बिना इजाजत के किया गया अवैध निर्माण है. बिल्डर, ठेकेदार और इसमें शामिल सभी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. मैंने अधिकारियों को शहर भर में ऐसे निर्माणों की पहचान करने और उन्हें तुरंत रोकने का आदेश दिया है."


क्या है पूरा मामला?


मंगलवार को शाम करीब 4 बजे बेंगलुरु के हेनूर इलाके में सात मंजिला इमारत ढह गई थी. शुरुआत में एक व्यक्ति को मृत घोषित कर दिया गया और उसका शव मलबे से बरामद किया गया था. पुलिस ने मृतक की पहचान 26 साल के अरमान के तौर पर की है, जो बिहार से बेंगलुरु आया था. इमारत के अंदर फंसे सभी लोग निर्माण मजदूर हैं जो इमारत के नीचे रह रहे थे.


माना जा रहा है कि शहर भर में हुई भारी बारिश भी इमरात के ढहने की वजह है. बेंगलुरू में 186.2 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिसे पिछले 25 सालों में एक दिन में हुई सबसे ज़्यादा बारिश बताया जा रहा है. शहर के उत्तरी हिस्से में सड़कों पर पानी भर जाने और यातायात ठप हो जाने के कारण भारी तबाही हुई. शहर में बारिश के कारण तबाही मचने के बाद येलहंका के कई अपार्टमेंट पानी में डूब गए.