Bharat Ratan 2024: चौधरी चरण सिंह और पीवी नरसिम्हा राव को भारत रत्न, पीएम मोदी का ऐलान
Bharat Ratan 2024: पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह और रीवी नरसिम्हा राव को भारत रत्न से नवाजा गया है. इस बात की जानकारी पीएम मोदी ने ट्वीट करके दी है. पूरी खबर पढ़ने के लिए स्क्रॉल करें.
Bharat Ratan 2024: भारत के दो पूर्व प्रधानमंत्रियों को भारत रत्न से नवाजा गया है. पीएम ने भी ट्वीट करते हुए इस बात की जानकारी दी है. सरकार ने चौधरी चरण सिंह और पीवी नरसिम्हा राव को इस खिताब से नवाजने का फैसला किया है. पीएम मोदी ने इसको लेकर ट्वीट भी किया है.
पीएम मोदी ने क्या लिखा?
पीएम मोदी ने ट्वीट किया, यह बताते हुए खुशी हो रही है कि हमारे पूर्व प्रधान मंत्री श्री पीवी नरसिम्हा राव गरू को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा. एक प्रतिष्ठित विद्वान और राजनेता के रूप में, नरसिम्हा राव गरू ने विभिन्न क्षमताओं में भारत की बड़े पैमाने पर सेवा की. उन्हें आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री और कई वर्षों तक संसद और विधान सभा सदस्य के रूप में किए गए कार्यों के लिए समान रूप से याद किया जाता है. उनका दूरदर्शी नेतृत्व भारत को आर्थिक रूप से उन्नत बनाने, देश की समृद्धि और विकास के लिए एक ठोस नींव रखने में सहायक था."
पीएम मोदी ने आगे लिखा,"प्रधान मंत्री के रूप में नरसिम्हा राव गारू का कार्यकाल महत्वपूर्ण उपायों के जरिए चिह्नित किया गया था, जिसने भारत को वैश्विक बाजारों के लिए खोल दिया, जिससे आर्थिक विकास के एक नए युग को बढ़ावा मिला. इसके अलावा, भारत की विदेश नीति, भाषा और शिक्षा क्षेत्रों में उनका योगदान एक ऐसे नेता के रूप में उनकी बहुमुखी विरासत को रेखांकित करता है, जिन्होंने न केवल भारत को महत्वपूर्ण परिवर्तनों के माध्यम से आगे बढ़ाया बल्कि इसकी सांस्कृतिक और बौद्धिक विरासत को भी समृद्ध किया."
चौधरी चरण सिंह को लेकर पीएम ने क्या लिखा?
पीएम मोदी ने ट्विटर पर लिखा,"हमारी सरकार का यह सौभाग्य है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जा रहा है. यह सम्मान देश के लिए उनके अतुलनीय योगदान को समर्पित है. उन्होंने किसानों के अधिकार और उनके कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हों या देश के गृहमंत्री और यहां तक कि एक विधायक के रूप में भी, उन्होंने हमेशा राष्ट्र निर्माण को गति प्रदान की. वे आपातकाल के विरोध में भी डटकर खड़े रहे. हमारे किसान भाई-बहनों के लिए उनका समर्पण भाव और इमरजेंसी के दौरान लोकतंत्र के लिए उनकी प्रतिबद्धता पूरे देश को प्रेरित करने वाली है.