Hooch Tragedy in Chhapra: बिहार में शराबबंदी के बावजूद एक बार फिर ज़हरीली शराब ने 9 लोगों को मौत की नींद सुला दिया. ताज़ा मामला बिहार के छपरा से सामने आया, जहां ज़हरीली शराब का क़हर देखने को मिला है. ज़हरीली शराब 9 लोगों के लिए काल बन गई. इस मामले में अपोज़िशन ने छपरा में हंगामा किया. भाजपा के विधायकों ने विधानसभा के सामने मुजाहिरा किया. अपोज़िशन ने सरकार पर कई इल्ज़ाम लगाए. इसके बाद सदन में जवाब देते हुए मुख्यमंत्री अपना आपा खो बैठे. उन्होंने कहा कि "जब ये क़ानून बना था तो सब शराबबंदी की हिमायत में थे कि नहीं,अब क्या हो गया?"


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जानकारी के मुताबिक़ अभी मृतकों की तादाद में इज़ाफ़ा हो सकता है. यह मामला छपरा ज़िले के इसुआपुर थाना इलाक़े के डोईला गांव का है. वाक़्य की जानकारी मिलने के बाद गांव में हंगामा मच गया वहीं पीड़ित परिवारों में शोक की लहर है. पीड़ित परिवार जहां इस हादसे के पीछे ज़हरीली शराब को वजह बता रहे हैं, वहीं, इंतेज़ामिया ने अभी इसकी तस्दीक़ नहीं की है.


ज़हरीली शराब पीने से 9 लोगों की गई जान
ज़हरीली शराब पीने से जिनकी लोगों की ज़िंदगी ख़त्म हो गई उनमें संजय सिंह मशरक, कुणाल कुमार, हरेंद्र राम, विचेंद्र राय, अमित रंजन, रामजी साह, मशरक शास्त्री टोला के नाम शामिल हैं. अमित नाम के नौजवान की छपरा सदर अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. अमित रंजन की मौत की ख़बर मिलने के बाद ज़िला पुलिस के अफसर छपरा सदर अस्पताल पहुंचें. इसके बाद पुलिस ने उसकी बॉडी को अपने क़ब्ज़े में ले लिया. पुलिस के मुताबिक़,अभी लाश का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा, ताकि मौत के कारणों की जानकारी हासिल की जा सके. 


बिहार असेंबली में गूंजा मामला
पुलिस ने मामले की जांच-पड़ताल शुरू कर दी है. पीड़ित कुनबे के लोगों से पूछताछ की जा रही है. साथ ही नक़ली शराब बनाने वालों की धरपकड़ भी शुरू कर दी गई है.  बिहार में ज़हरीली शराब के बढ़ते कारोबार और मौत पर एक बार बिहार की सियासत गर्म हो गई है. बिहार असेंबली में भी यह मामला गूंजा. 


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