बिहार में महागठबंधन की मुश्किलों में इजाफा, AIMIM 11 नहीं, अब इतने सीटों पर लड़ेगी चुनाव
Bihar Lok Sabha Chunav 2024: AIMIM ने पहले 11 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की थी. हालांकि अब पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व कोचाधामन से विधानसभा सदस्य अख्तरुल ईमान ने गुरुवार को कहा कि पार्टी राज्य की 15 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी.
Bihar Lok Sabha Chunav 2024: बिहार में सियासी हवा ने अलग ही रुख इख्तियार कर लिया है. विपक्षी महागठबंधन के सहयोगी दल राजद-कांग्रेस में सीटों के बंटवारे को लेकर अभी उठापट जारी है. इस बीचऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लमीन (एआईएमआईएम) ने गुरुवार को पांच और सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर महागठबंधन की मुश्किलों में और इजाफा कर दिया है. इसके अलावा AIMIM ने सीवान सीट को लेकर भी तस्वीर सफ कर दी है.
इससे पहले AIMIM ने 11 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की थी. एआईएमआई के प्रदेश अध्यक्ष व कोचाधामन से विधानसभा सदस्य अख्तरुल ईमान ने गुरुवार को कहा कि पार्टी राज्य की 15 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी. पहले उसने 11 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया था, लेकिन गया लोकसभा सीट रोक दिया गया. उन्होंने कहा कि जनता के आग्रह पर अब पांचों और सीटों को बढ़ाया गया है.
AIMI इन पांच सीटों पर भी उतारेगी उम्मीदवार
AIMIM नेता ने कहा कि पार्टी अब दरभंगा, गोपालगंज, काराकाट, शिवहर, और वाल्मीकिनगर से भी कैंडिडेट्स उतारेगी. अख्तरुल ईमान ने यह भी कहा कि मधुबनी निर्वाचन क्षेत्र से भी चुनाव लड़ाने का आग्रह किया जा रहा है, जिसपर पार्टी विचार कर रही है.
सीवान सीट तस्वीर की साफ
अख्तरुल इमान ने साफ कर दिया कि सिवान लोकसभा सीट से अगर दिवंगत पूर्व सांसद शहाबुद्दीन की बीवी हीना शहाब निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरती हैं तो पार्टी उनका सपोर्ट करेगी. बता दें कि सीवान सीट से हीना सहाब की उम्मीदवारी को लेकर महागठबंधन की तरफ से अभी तक तस्वीर साफ नहीं हुए है, ऐसे में सियासी गलियारों में ये अटकलें लगाई जा रही हैं कि यहां से महागठबंधन किसी दूसरे पर चेहरे पर दांव खेल सकती है.
वहीं, दूसरी तरफ हीना सहाब को लेकर ये भी कहा जा रहा है कि वह चुनावी मैदान में निर्दलीय ताल ठोक सकती हैं.
महागठबंधन पर क्या बोले अख्तरुल इमान
विधायक अख्तरुल इमान ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी की इच्छा थी कि वे महागठबंधन के साथ मिलकर चुनाव लड़े , लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गई. जिसके चलते पार्टी को यह फैसला लेना पड़ा.