Bihar news: बिहार के राजनीति में आये दिन कुछ न कुछ होते रहता है. बिहार में नीतीश कुमार नेतृत्व वाली महागठबंधन की सरकार से कुछ दिन पहले नाता तोड़ चुके जीतन राम मांझी की जगह को भरने के लिए जदयू ने काट खोज लिया है.महागठबंधन ने अपने मंत्रीण्डल में सोनवर्षा से लगातार तीन बार विधायक रहे रत्नेश सदा को कुछ दिन पहले मंत्रीमण्डल से इस्तीफा दिए संतोष सुमन की जगह शामिल किया है. और वहीं दूसरी तरफ माउंटेन मैन के नाम से मशहूर  दशरथ मांझी के पुत्र भागीरथ मांझी और दामाद मिथुन माझी ने जदयू की सदस्यता ग्रहण की है.


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स्वर्गीय दशरथ मांझी पूरे भारत में चर्चित है. बिहार के गया का रहने वाला मांझी ने पहाड़ को काट कर  के सड़क बना दिया था.जिसके लिए वो बहुत चर्चित है.मांझी के पुत्र भागीरथ मांझी और दामाद मिथुन मांझी ने JDU के कार्यालय में समारोह में शामिल हो कर के  जदयू की सदस्यता ग्रहण की.दोनो को JDU प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा,और पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने जदयू की सदस्यता ग्रहण कारवाई.


सरकार गातार करता है विरोध
मांझी लगातार सरकार को घेरते और विरोध करते रहे हैं. मंझी ने सरकार के शराबबंदी में  मुसहरों को जेल भेजने पर सरकार का विरोध किया था. ऐसा माना जा रहा था कि मांझी के जाने से एक समाज उससे अलग हो सकता था जिसको लेकर के  JDU ने रत्नेश सदा को मंत्री बनाया और मांझी के दामाद और बेटा को पार्टी में शामिल कर के इस समुदाय को दूर जाने से रोकने की कोशिस की है.  


Bihar news: बिहार के राजनीति में आये दिन कुछ न कुछ होते रहता है. बिहार में नीतीश कुमार नेतृत्व वाली महागठबंधन की सरकार से कुछ दिन पहले नाता तोड़ चुके जीतन राम मांझी की जगह को भरने के लिए जदयू ने काट खोज लिया है.


महागठबंधन ने अपने मंत्रीण्डल में सोनवर्षा से लगातार तीन बार विधायक रहे रत्नेश सदा को कुछ दिन पहले मंत्रीमण्डल से इस्तीफा दिए संतोष सुमन की जगह शामिल किया है. और वहीं दूसरी तरफ माउंटेन मैन के नाम से मशहूर  दशरथ मांझी के पुत्र भागीरथ मांझी और दामाद मिथुन माझी ने जदयू की सदस्यता ग्रहण की है.


स्वर्गीय दशरथ मांझी पूरे भारत में चर्चित है. बिहार के गया का रहने वाला मांझी ने पहाड़ को काट कर  के सड़क बना दिया था.जिसके लिए वो बहुत चर्चित है.मांझी के पुत्र भागीरथ मांझी और दामाद मिथुन मांझी ने JDU के कार्यालय में समारोह में शामिल हो कर के  जदयू की सदस्यता ग्रहण की.दोनो को JDU प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा,और पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने जदयू की सदस्यता ग्रहण कारवाई.


सरकार गातार करता है विरोध
मांझी लगातार सरकार को घेरते और विरोध करते रहे हैं. मंझी ने सरकार के शराबबंदी में  मुसहरों को जेल भेजने पर सरकार का विरोध किया था. ऐसा माना जा रहा था कि मांझी के जाने से एक समाज उससे अलग हो सकता था जिसको लेकर के  JDU ने रत्नेश सदा को मंत्री बनाया और मांझी के दामाद और बेटा को पार्टी में शामिल कर के इस समुदाय को दूर जाने से रोकने की कोशिस की है.  


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दोनों राजनीति में नए हैं
जानकारों का मानना है कि जीतन राम मांझी इसका जवाब जरूर देंगे. अब देखते हैं कि दोनों मांझी को पार्टी में आने से क्या होता है क्योंकि दोनों राजनीति में नए है. और पूर्व मुख्यमंत्री मांझी राजनीति में एक अलग पहचान रखता है.


जानकारों का मानना है कि जीतन राम मांझी इसका जवाब जरूर देंगे. अब देखते हैं कि दोनों मांझी को पार्टी में आने से क्या होता है क्योंकि दोनों राजनीति में नए है. और पूर्व मुख्यमंत्री मांझी राजनीति में एक अलग पहचान रखता है.