नई दिल्लीः भाजपा (BJP) ने शुक्रवार को 15 राज्यों में पार्टी के प्रभारी और सह- सह प्रभारी की नियुक्त की है. पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) के नाम से यह नाटिफिकेशन शुक्रवार की शाम को जारी किया गया है. पार्टी सूत्रों की माने तो राज्यों में पार्टी प्रभारियों और सह-प्रभारियों की नियुक्ति और उनमें बदलाव काफी समय से लंबित था. इसे आने वाले 2024 के चुनावों के मद्देनजर राज्यों में भाजपा को मजबूत करने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है. इनमें सबसे खास पश्चिम बंगाल में मंगल पाण्डेय (Mangal Pandey) की नियुक्ति मानी जा रही है. इससे पहले मंगल पाण्डेय बिहार भाजपा के अध्यक्ष रह चुके हैं और भाजपा-जदयू के गठबंधन वाली सरकार में मंगल पाण्डेय (Mangal Pandey) बिहार में स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं. वह अभी बिहार विधान परिषद् के सदस्य हैं. माना जा रहा है कि मंगल पाण्डेय पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) के गढ़ में उन्हें चुनौती देंगे.  

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बिहार चुनाव में मंगल पाण्डेय ने पार्टी को दिलाई है बढ़त 
मंगल पाण्डेय बिहार के सिवान जिले के निवासी हैं और वह 1987 से भाजपा के छात्र संगठन अखिल भारतीय विधार्थी परिषद् से जुड़े थे. बाद में वह भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा से अपना सियासी करिअर शुरू कर भाजपा में आ गए हैं. 2013 में भाजपा ने पाण्डेय को बिहार भाजपा का प्रभारी बनाया था. पाण्डेय की मजबूत संगठनात्मक क्षमता का ही नतीजा था कि बिहार में हासिए पर पड़ी भाजपा 2020 के विधानसभा चुनाव में अकेले दम पर 75 सीटों पर पहुंच गई है. वहीं लोकसभा चुनाव में भाजपा को बिहार में 17 सीटें मिली थी.


पश्चिम बंगाल में भाजपा की स्थिति हुई है मजबूत 
भाजपा अब मंगल पाण्डेय को पश्चिम बंगाल में पार्टी का जनाधार मजबूत करने के लिए भेज रही है. पार्टी को उम्मीद है कि पाण्डेय बंगाल में भी बिहार की तरह पार्टी का जनाधार मजबूत करेंगे और आने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा को बंगाल से पार्टी के और ज्यादा सांसदों को जीत दिलाने में मदद करेंगे. 
इससे पहले भाजपा पश्चिम बंगाल में डॉ. सुकानता मजुमदार को पार्टी के अध्यक्ष की कमान सौंपी थी, लेकिन मजुमदार बंगाल में पार्टी के लिए जमीन तैयार करने में कोई खास भूमिका नहीं निभा पाए. हालांकि मजुमदार के 2021 में बंगाल भाजपा अध्यक्ष का पद संभालने के पहले इस पद पर 2015 से 2021 के बीच दिलीप घोष रह चुके हैं. घोष और लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा नेता और चुनाव प्रभारी कैलाश विजय वर्गीय के नेतृत्व में पार्टी को बंगाल में काफी फायादा हुआ था. लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 42 सीटों में से 18 सीटें जीती थी. वहीं 2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा ने कुल 200 सीटों में 70 सीटों पर कब्जा कर राज्य में विपक्ष की भूमिका में आ गई है.

मंगल पाण्डेय पर भाजपा को भरोसा 
भाजपा ने पश्चिम बंगाल में कई प्रयोग किए हैं. अब वह बिहार में आजमाए जा चुके मंगल पाण्डेय को इस उम्मीद में पश्चिम बंगाल भेज रही है कि पाण्डेय वहां ममता बनर्जी और उनके कैडर बेस्ड पार्टी को जमीनी स्तर पर कड़ी टक्कर दे सके. पाण्डेय इसके लिए राज्य में भाजपा के जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं को मजबूत करने के लिए काम करेंगे. उल्लेखनीय है कि इस वक्त ममता बनर्जी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अगुवाई में देश में विपक्षी एकता को मजबूत करने और आने वाले आम चुनाव में भाजपा और मोदी को घेरने के लिए काम कर रही हैं. अब देखना होगा कि पाण्डेय बंगाल में ममता के किले को भेदने में कितना सफल होते हैं. 


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