क्या ताहिर हुसैन के बांग्लादेशी दहशगर्दों से हैं लिंक- सुब्रमण्यम स्वामी ने पूछा सवाल
बीजेपी लीडर और राज्यसबा सांसद सुब्रमण्डयम स्वामी ने कहा हुकूमत को यह बात साफ करने की ज़रूरत है कि आईबी मुलाज़िम अंकित शर्मा का क़त्ल आप के साबिक काउंसलर ताहिर हुसैन के इशारों पर तो नहीं की गई है.
बीजेपी के राज्यसभा एमपी और साबिक मरकज़ी वज़ीर डॉ सुब्रमण्डयम स्वामी ने दिल्ली तशद्दुद में हलाक़ हुए आईबी मुलाज़िम अंकित शर्मा को लेकर बड़ा सवाल किया है.उन्होंने ट्वीट कर कहा कि क्या अंकित के क़त्ल के मुल्ज़िम ताहिर हुसैन के किसी आतंकी कनेक्शन की जांच कर रहे थे अंकित जिसके चलते उनका क़त्ल किया गया है..?
सुब्रमण्डयम स्वामी ने ट्वीट कर लिखा कि हुकूमत को यह बात साफ करने की ज़रूरत है कि आईबी मुलाज़िम अंकित शर्मा का क़त्ल आप के साबिक काउंसलर ताहिर हुसैन के इशारों पर तो नहीं की गई है क्योंकि अंकित शर्मा बांग्लादेशी दहशतगर्दों के साथ ताहिर के लिंक होने की जांच कर रहे थे. उन्होंने मज़ीद लिखा कि अगर यह सही है तो यह बहुत संजीदा मामला है
गौरतलब है कि आईबी मुलाज़िम अंकित शर्मा के क़त्ल की ख़बर के बाद ही अंकित के परिवार वालों ने आम आदमी पार्टी के ताहिर हुसैन का हाथ होने की बात कही थी. परिवार वालों का इल्ज़ाम था कि ताहिर हुसैन और उनके हिमायतियों ने अंकित को अगवा कर उसका क़त्ल किया. बता दें कि अंकित शर्मा का शव बुधवार को चांद बाग के एक नाले में मिला था.
SIT ने आम आदमी पार्टी से निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन के ख़िलाफ़ भी जांच शुरू कर दी है। शुक्रवार को फॉरेंसिक टीम ताहिर हुसैन के घर पहुंची । फॉरेंसिक टीम ने जांच के लिए दंगे वाली जगह से सैंपल जुटाए हैं..बता दें कि ताहिर के घर से पत्थर, पेट्रोल बम मिले थे, जिसके बाद उन पर एफआईआर दर्ज कर ली गई। इसके बाद ताहिर हुसैन को आम आदमी पार्टी ने सस्पेंड कर दिया।
हिंसा में अब तक 42 लोगों की मौत हो चुकी है..दिल्ली पुलिस ने अब तक 148 FIR दर्ज की है.. जबकि 630 लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है । क्राइम टीम, FSL और SIT ने जुमे को तशद्दुद वाले अलग अलग इलाकों का दौरा किया और सबूत इकट्ठे किये हैं..वहीं दिल्ली तशद्दुद मामले में सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, मनीष सिसोदिया और अमानतुल्लाह खान के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग वाली याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट ने केंद्र, दिल्ली सरकार और दिल्ली पुलिस को नोटिस भेजा है । याचिका में इन नेताओं पर हिंसा भड़काने वाले बयान देने का आरोप लगाया गया है । इस केस की सुनवाई अब 13 अप्रैल को होगी ।