भाजपा नेता ने महाराष्ट्र में मुस्लिम संगठनों पर लगाया गंभीर इल्जाम; वक्फ पर भी बोले
Maharashtra Election: महाराष्ट्र चुनाव से पहले राजनीतिक बयानबाजी हो रही है. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी के नेता किरीट सौमैया ने मुस्लिमों और मुस्लिम तंजीमों पर गंभीर इल्जाम लगाए हैं. उन्होंने कहा है कि मुस्लिम वोटबैंक की राजनीति कर रहे हैं.
Maharashtra Election: महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक बयानबाजी जारी है. इसी कड़ी में भाजपा नेता किरीट सोमैया ने एक मीडिया इदारे से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने राज्य में वोट जिहाद के मुद्दे को लेकर गंभीर इल्जाम लगाए हैं. भाजपा नेता किरीट सोमैया ने दावा किया कि कुछ मुस्लिम समूह, खासकर 'मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड' और 'उलेमा काउंसिल', कांग्रेस और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले महाविकास अघाड़ी (MVA) से जुड़कर वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं. उन्होंने इल्जाम लगाया कि इन संगठनों की तरफ से मुसलमानों को भाजपा के खिलाफ लामबंद किया जा रहा है और उन्हें यह संदेश दिया जा रहा है कि जो मुसलमान भाजपा के साथ हैं, उनका हुक्का पानी बंद किया जाए.
भाजपा के साथ वाले मुस्लिमों का बिहष्कार
सोमैया ने कहा कि महाराष्ट्र में वोट जिहाद की एक सुनियोजित कोशिश की जा रही है. हाल ही में कुछ उलेमा संगठनों और मुस्लिम समूहों ने राहुल गांधी और उद्धव ठाकरे के साथ मिलकर मुसलमानों को यह कहने के लिए प्रेरित किया कि जो भाजपा के साथ हैं, उनका सामाजिक बहिष्कार किया जाए. उन्होंने खुलकर कहा कि मुस्लिम समुदाय को भाजपा के खिलाफ वोट करना चाहिए. उन्होंने यह भी इल्जाम लगाया कि इन संगठनों के काम में मनी लॉन्ड्रिंग का संदेह है और चुनाव आयोग को इस पर ध्यान देना चाहिए.
मुस्लिम आरक्षण पर बयान
सोमैया ने महाविकास अघाड़ी की तरफ से मुस्लिम आरक्षण पर दिए गए बयान की भी आलोचना की. उन्होंने कहा कि ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड ने महाविकास अघाड़ी से सीधे तौर पर मुसलमानों के लिए 10 फीसदी आरक्षण और अन्य गारंटियां मांगी हैं. यह कोई असली संगठन नहीं है, बल्कि एक कागजी संगठन है, जिसे राहुल गांधी ने खुद तैयार किया है. इसकी कोई वैधानिक स्थिति नहीं है और यह पूरी तरह से राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है.
नहीं बन सकते मुस्लिमों के मुख्यमंत्री
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में मुसलमानों को मुख्यमंत्री बनाने की कोई तैयारी नहीं हो रही है, जैसा कि कुछ राजनीतिक विश्लेषक और मीडिया में चर्चा हो रही है. हालांकि, कुछ लोग यह सोच सकते हैं कि उद्धव ठाकरे भगवा छोड़कर मुस्लिम तुष्टिकरण की नीति अपना रहे हैं. लेकिन, मुझे लगता है कि वह कभी मुस्लिम मुख्यमंत्री नहीं बन सकते. महाविकास अघाड़ी इस तरह की राजनीति कर सकती है. लेकिन, महाराष्ट्र की जनता इस बार इसका जवाब देगी.
वक्फ बिल पर सवाल
किरीट सोमैया ने उद्धव ठाकरे के वक्फ बिल के विरोध पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे ने हमेशा कहा है कि वह हिंदुत्व के पक्ष में हैं. लेकिन, वक्फ बिल के विरोध में उनकी जो खामोशी और कदम है, वह उनकी सच्चाई को उजागर करते हैं। यह साफ है कि उनका मुस्लिम वोट बैंक के लिए प्रेम अब सामने आ चुका है.