BJP Sufi Samvad: बीजेपी सूफ़ी समुदाय को अपने ओर खींचना चाहती है. इस सिलसिले में अपनी कामयाबी को यक़ीनी बनाने के लिए दिल्ली बीजेपी हेडक्वार्टर पर सूफ़ी संवाद महाअभियान की मीटिंग का आयोजन किया गया.  बीजेपी के इस सम्मेलन का मक़सद पूरे देश में फैले सूफ़ी समुदाय को पार्टी के साथ जोड़ना है. बीजेपी लोकसभा इलेक्शन 2024 के अपने सपनों को पूरा करने के लिए सूफ़ी संवाद मुहिम से लोगों को पार्टी की ओर करना चाहती है. इसी मक़सद को ध्यान में रखते हुए बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा ने 'सूफ़ी संवाद महाअभियान' प्रोग्राम की शुरुआत की है.


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उलेमा ने की शिरकत
'सूफ़ी संवाद महाअभियान' बैठक में दिल्ली बीजेपी हेडक्वार्टर पर देशभर से सूफ़ियों को बुलाया गया. इस बैठक में भारतीय जनता पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा के नेशनल प्रेसिडेंट जमाल सिद्दीक़ी, हज कमिटी ऑफ इंडिया के चेयरमैन अब्दुल्लाह कुट्टी, एमपी हंसराज हंस के अलावा देश के कोने-कोने से मुस्लिम सूफ़ी उलेमा ने हिस्सा लिया. बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के नेशनल प्रेसिडेंट जमाल सिद्दीक़ी ने अपने ख़्यालात का इज़हार किया. उन्होंने कहा कि पीएम हमेशी सूफ़िज़्म की बात करते हैं, उनके आदेश पर बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा देशभर में फैले सूफ़ी समाज को साथ जोड़ना चाहता है. उन्होंने कहा कि पीएम ने अपील की है कि सूफ़ी समाज बीजेपी के साथ जुड़े.



"सूफ़ी-संतों को मुख्यधारा से जोड़ना है मक़सद"
 देश के हर कोने में बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के माध्यम से सूफ़िज़्म की तालीम को पहुंचने के लिए इस बैठक में लोगों ने शिरकत की. मीटिंग में ख़ुद्दाम अजमेर अफ़शान चिश्ती ने कहा कि भारत हमेशा से सूफ़ी संतों की धरती रही है और इस मुहिम का मक़सद सूफ़ी-संतों को मुख्यधारा से जोड़ना है. सूफ़ी-संतों की बारगाह से हमेशा अमन, मोहब्बत और चैन का पैग़ाम दिया जाता रहा है. बाता दें कि बीजेपी यूपी में 'मुस्लिम स्नेह मिलन सम्मेलन कार्यक्रम'  के ज़रिए मुस्लिम वोटर्स का ध्यान पार्टी की ओर करना चाहती हैं. बीजेपी ने यूपी सूफ़ी सम्मेलन करने की रूप रेखा तैयार की है, जिसे यूपी की दरगाहो और मज़ारों पर किया जाएगा. 


Report: Changez Ayyuby


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