Bomb Threat to Lucknow School: 13 मई को लखनऊ के स्कूलों को बम की धमकी मिली थी. इसके बाद पुलिस और स्कूल के लोग हरकत में आ गए थे. ये लोग डर गए थे कि वाकई ये खबर सच न हो लेकिन यह धमकी अफवाह निकली थी. अब अधिकारियों ने इसकी जांच करने के बाद बताया है कि स्कूलों को भेजे गए बम धमकी वाले मेल नाबालिग स्कूली बच्चों के एक ग्रुप की करतूत थी, जिन्होंने चैटिंग सत्र के दौरान 'गलती से' मेल फॉरवर्ड कर दिया था. लखनऊ पुलिस और उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) विंग ने मामले का खुलासा किया है.


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गलती से भेज दिया मेल
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण क्षेत्र) तेज स्वरूप सिंह ने कहा, "10-11 साल की आयु के बच्चों के एक ग्रुप की तरफ से ऑनलाइन गेमिंग सत्र के दौरान चैटिंग में गड़बड़ी की वजह से एक बम हमले का संदेश गलत तरीके से एक निजी स्कूल के ईमेल पर भेज दिया गया." उन्होंने कहा, "दिलचस्प बात यह है कि सभी बच्चे महाराष्ट्र सहित अलग-अलग राज्यों से थे और एक-दूसरे से जुड़े हुए नहीं हैं. बच्चे निर्दोष हैं और उनकी पहचान गुप्त रखी गई है. इन बच्चों का कानपुर और दिल्ली के स्कूलों में मिली इसी तरह की बम धमकियों से कोई संबंध नहीं है."


दर्ज हुई थी FIR
जब लखनऊ के एक निजी स्कूल को बम से उड़ाने की धमकी का ई-मेल मिला था. इसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए स्कूल के प्रिंसिपल की शिकायत के बाद संबंधित धारा के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई. डीसीपी ने यह भी कहा कि केस को सुलझाने के लिए सर्विलांस और सुशांत गोल्फ सिटी पुलिस की एक टीम बनाई गई. डीसीपी ने कहा, "जांच के दौरान, यह पाया गया कि बच्चे गेमिंग ऐप 'डिस्कॉर्ड' पर चैट कर रहे थे, जहां उन्होंने गलती से लखनऊ के स्कूल को बम हमले का मेल भेज दिया."


पंप प्लेट से मिली आईडी
बच्चों ने पुलिस को बताया कि उन्हें स्कूल की आईडी एक पंपलेट से मिली. डीसीपी ने यह भी कहा कि मामला अभी बंद नहीं किया गया है, क्योंकि पुलिस अभी भी कई दूसरे एंगल से से इसकी जांच कर रही है.