Budget 2024: सर्वाइकल कैंसर से हर साल भारत में होती है लाखों मौत; लड़कियों को लगेगा इसका टीका
Budget 2024: दुनिया भर में महिलाओं की कुल आबादी का 16 फीसदी हिस्सा भारत में है. सर्वाइकल कैंसर के लगभग एक चौथाई मामले और वैश्विक स्तर पर सर्वाइकल कैंसर से होने वाली मौतों में से लगभग एक-तिहाई मौत भारत में होती हैं.
Budget 2024: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में केंद्रीय अंतरिम बजट 2024-2025 पेश करते हुए ऐलान किया है कि सरकार सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए 9 से 14 साल की उम्र की लड़कियों के टीकाकरण को प्रोत्साहित करेगी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पिछले महीने कहा था कि वह मुल्क में सर्वाइकल कैंसर के मामलों पर बारीकी से नजर रख रहा है और राज्यों तथा मुख्तलिफ स्वास्थ्य विभागों के साथ नियमित संपर्क में है.
सीरम इन्स्टीट्यूट ऑफ इंडिया के चीफ ने किया स्वागत
वित्त मंत्री के ऐलान का स्वागत करते हुए ‘सीरम इन्स्टीट्यूट ऑफ इंडिया’ के मुख्य कार्यपालक अधिकारी आदर पूनावाला ने कहा ‘‘मैं सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए 9 से 14 साल की उम्र की लड़कियों के टीकाकरण की भारत सरकार का ऐलान का स्वागत करता हूं. आइये, एचपीवी से बचाव का संकल्प लें और टीकाकरण तक आसान पहुंच सुनिश्चित करें.’’
उन्होंने एक ट्वीट में कहा ‘‘आयुष्मान भारत के तहत स्वास्थ्य देखभाल के दायरे में सभी आशा और आंगनवाड़ी वर्कर्स को लाना, और मेडिकल कालेजों की स्थापना और मातृ तथा शिशु स्वास्थ्य देखभाल योजनाओं को व्यवस्थित करना स्वास्थ्य के लिए सरकार की गहन प्रतिबद्धता को दर्शाता है.’’
सरकार ने पिछले साल मार्च में राज्यसभा को बताया था कि बीमारी के दबाव पर ताजा प्रमाण, एचपीवी टीके की एकल खुराक की प्रभावशीलता पर प्रमाण, क्लीनिकल परीक्षण के आंकड़े और टीके की शुरूआत पर सिक्किम सरकार के अनुभव के आधार पर, जून 2022 में टीकाकरण पर ‘राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह’ (एनटीएजी) ने एक सिफारिश की थी. यह सिफारिश 9 से 14 साल की किशोरियों के लिए एक बार और इसके बाद नौ साल तक नियमित रूप से एचपीवी टीकाकरण को लेकर थी.
भारत में सिर्फ एक तिहाई लोगों की होती है मौत
एचपीवी टीका ‘ह्यूमन पेपिलोमा वायरस’ (एचपीवी) के संक्रमण के वजह से होने वाले कुछ कैंसर से बचाता है, जिनमें सर्वाइकल कैंसर भी शामिल है. दुनिया भर में महिलाओं की कुल आबादी का 16 फीसदी हिस्सा भारत में है. सर्वाइकल कैंसर के लगभग एक चौथाई मामले और वैश्विक स्तर पर सर्वाइकल कैंसर से होने वाली मौतों में से लगभग एक-तिहाई मौत भारत में होती हैं.
अधिकारियों ने क्या कहा?
अधिकारियों ने कहा था कि भारतीय महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर होने का जोखिम 1.6 फीसद और सर्वाइकल कैंसर से मृत्यु का जोखिम एक फीसद है. कुछ हालिया अनुमानों के मुताबिक, भारत में हर साल लगभग 80,000 महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर होता है और करीब 35,000 महिलाओं की इसके वजह से मौत हो जाती है. मेर्क शार्प एंड दोहमे की सहायक शाखा एमएसडी फर्मास्यूटिकल्स प्रा लि भारत में एचपीवी के टीके ‘गर्डसिल 4’ का विक्रय करती है, जिसकी मौजूदा में प्रति खुराक कीमत 3,927 रुपये है.