Budget 2024 Expectations: मंगलवार, 23 जुलाई को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के जरिए बजट के ऐलान से पहले, कई तरह की उम्मीद लगाई जा रही है. सैलरी पाने वाले कर्मचारियों के साथ-साथ उद्योग जगत को भी इस बजट से कई तरह की उम्मीदे हैं.


बजट 2024 से क्या हैं उम्मीद


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उद्योग विशेषज्ञों को उम्मीद है कि सरकार की 'आत्मनिर्भर भारत' पहल के साथ-साथ रक्षा क्षेत्र पर भी महत्वपूर्ण जोर दिया जाएगा. हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) और भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (BDL) जैसी रक्षा क्षेत्र की बड़ी कंपनियों के चर्चा में रहने की संभावना है, क्योंकि सरकार से आयात पर निर्भरता कम करने और स्वदेशी उत्पादन पर ध्यान केंद्रित करने की उम्मीद है.


इसके साथ ही उम्मीद जताई जा रही है कि मोदी बजट 3.0 में इनकम टैक्स के सैलरी स्लैब को बढ़ाया जा सकता है. सूत्रों के मुताबिक इसे 12 लाख किया जा सकता है. इसके साथ ही महंगाई को कैसे कंट्रोल किया जाए इस पर फोकस किया जा सकता है.


क्या कहता है इकोनोमिक सर्वे


आज 22 जुलाई को जारी आर्थिक सर्वेक्षण 2024 के अनुसार, भारत का रक्षा उत्पादन वित्त वर्ष 2017 में ₹74,054 करोड़ से बढ़कर फाइनेंशियल इयर 2023 में ₹108,684 करोड़ हो गया है. निर्यात प्राधिकरण वित्त वर्ष 23 में 1,414 से बढ़कर वित्त वर्ष 24 में 1,507 हो गए हैं.


नई आयकर व्यवस्था में बदलाव


विशेषज्ञों के अनुसार, आयकर दरों और स्लैब को तर्कसंगत बनाकर नई आयकर व्यवस्था को और अधिक आकर्षक बनाया जा सकता है. उनका सुझाव है कि मौजूदा 15 लाख रुपये की सीमा के बजाय 20 या 25 लाख रुपये से अधिक की आय पर 30% कर स्लैब लागू होना चाहिए.


हाउसिंग लोन में कटौती


स्व-कब्जे वाली गृह संपत्ति के लिए हाउसिंग लोन पर भुगतान किए गए ब्याज पर कटौती की वर्तमान सीमा को 2 लाख रुपये से बढ़ाकर न्यूनतम 3 लाख रुपये करने की मांग की जा रही है. एक मांग यह भी है कि इसे नई कर व्यवस्था के अंतर्गत शामिल किया जाए.