Budget 2024: लोकभा में आज मोदी सरकार 3.0 का पहला बजट पेश किया गया है. इस बजट में नौजवान, गरीब, महिला और किसान सभी वर्गों के लिए कई बड़े योजना का ऐलान किए गए हैं. एक तरफ बीजेपी इस बजट को दूरगामी बताते हुए अपनी पीठ थपथपा रही है, तो दूसरी तरफ विपक्षी दल इस बजट को लेकर सरकार पर हमला कर रहे हैं. आइए जानते हैं कि विपक्षी दलों के नेताओं ने इस आम बजट 2024-2025 पर क्या प्रतिक्रिया दी है. 


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राहुल गांधी ने क्या कहा?
कांग्रेस नेता और लोकसभा प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने इस बजट को "कुर्सी बचाओं बजट" बताया है. राहुल गांधी ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, "कुर्सी बचाओ बजट", इसके बाद उन्होंने लिखा, "दूसरे राज्यों की कीमत पर सहयोगियों को खुश करने के लिए खोखले वादे किए गए हैं. बजट से आम लोगों को कोई राहत नहीं है."


अखिलेश यादव ने बजट को बताया खोखला
सपा चीफ और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा, "अगर हम यूपी को देखें, तो निवेश की हालात क्या है? इनके जो प्रोजेक्ट चल रहे हैं वह कभी वक्त पर पूरे नहीं हुए. अच्छी बात है कि बिहार और आंध्र प्रदेश को विशेष योजनाओं से जोड़ा गया है, लेकिन यूपी जैसा राज्य, जो पीएम देता है, क्या वहां के किसानों के लिए बजट में कुछ है? जब तक किसान और नौजवानों की पक्की नौकरी का इंतजाम नहीं होगा, तब तक जनता को कोई बड़ा फायदा नहीं पहुंचेगा."


शिवसेना यूबीटी ने क्या कहा?
केंद्रीय बजट के बाद शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, "मुझे लगता है कि इस बजट को 'प्रधानमंत्री सरकार बचाओ योजना' कहा जाना चाहिए, क्योंकि उन्हें एहसास हो गया है कि अगर वे अगले 5 सालों के लिए इस सरकार को बचाना चाहते हैं, तो उन्हें अपने गठबंधन सहयोगियों को खुश रखने की जरूरत है. बिहार और आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा देने से इनकार करने के बाद, उन्होंने उन्हें धन दिया है. महाराष्ट्र को केंद्र द्वारा नजरअंदाज किया जा रहा है. यह एक ऐसा प्रदेश बन गया है, जहां आप लगातार पैसे लेते रहते हैं. आदित्य ठाकरे ने भी महाराष्ट्र को नजरअंदाज करने की बात कही है."


मायावती ने क्या कहा?
बजट पर मायावती ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, पार्लियामेंट में आज पेश केन्द्रीय बजट अपने पुराने ढर्रे पर कुछ मुट्ठी भर अमीर व धन्नासेठों को छोड़कर देश के गरीबों, बेरोजगारों, किसानों, महिलाओं, मेहनतकशों, वंचितों व उपेक्षित बहुजनों के त्रस्त जीवन से मुक्ति हेतु ’अच्छे दिन’ की उम्मीदों वाला कम बल्कि उन्हें मायूस करने वाला ज्यादा है. देश में छाई जबरदस्त गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई, पिछड़ापन तथा यहाँ के 125 करोड़ से अधिक कमजोर तबकों के उत्थान व उनके लिए जरूरी बुनियादी सुविधाओं के प्रति इस नई सरकार में भी अपेक्षित सुधारवादी नीति और नीयत का अभाव है."


पप्पू यादव ने नीतीश कुमार पर बोला हमला
वहीं, निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने कहा, "अभी 4 करोड़ नौकरी की बात कर रहे हैं, लेकिन 10 साल में आपने कितनी नौकरी दी? नीतीश कुमार किंगमेकर रहे हैं लेकिन उन्हें विशेष पैकेज भी नहीं दिया, जितनी बंद पड़ी फैक्ट्रियां हैं उसपर कुछ दीजिए, एयरपोर्ट पर दीजिए. विशेष पैकेज, विशेष राज्य के लिए भीख मत मांगिए आप(JDU) मंत्रिमंडल से हट जाइए."