Sambhal Violence: संभल में हिंसा के बाद अब बुलडोजर एक्शन हुआ है. हिंसा के 10 दिनों बाद योगी सरकार ने अवैध दुकानों पर बुल्डोजर चलाया है. चंदौसी कोतवाली इलाके में हुए एक्शन में दर्जनभर दुकानें गिराई गई हैं. अब इस मामले में एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी का रिएक्शन सामने आया है. उन्होंने अपने गुस्से का इज़हार किया है.


क्या बोले असदुद्दीन ओवैसी?


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बुलडोजर एक्शन के खिलाफ ओवैसी ने कहा कि जो संभल में हुआ वह सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ है, गाइडलाइंस के मुताबिक 15 दिनों का नोटिस दिया जाना चाहिए था. जिन लोगों का मकान टूट रहा है उन लोगों को अपनी बात रखने का मौका देना चाहिए, और इसे किसी मुजरिम को सज़ा देने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है.


संविधान के मुताबिक काम नहीं कर रही सरकार


योगी सरकार को निशाने पर लेते हुए ओवैसी ने कहा कि योगी सरकार पूरे समाज को सज़ा दे रही है. उनका जुर्म बस इतना है कि उन्होंने अपने संविधानिक अधिकारों का इस्तेमाल किया. सरकार ने सुप्रीम कोर्ट का आदेश नहीं माना और वह संविधान के मुताबिक काम नहीं कर रही है. क्या ऐसी सरकार को सत्ता में रहने का कोई हक है.


कोई भी दंगई बख्शा नहीं जाना चाहिए


वहीं कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक के दौरान सीएम योगी अदित्यनाथ ने कहा कि संभल या किसी दूसरे जिले में अराजकता फैलाने की इजाजत नहीं दी जाएगी. संभल का एक भी दंगई बख्शा नहीं जाना चाहिए. बता दें, 24 नवंबर को संभल में हिंसा हुई थी. इस हिंसा में 4 लोगों की मौत हुई थी. वहीं पत्थरबाज़ी में कई पुलिसकर्मी घायल हुए थे.


दरअसल, संभल में शाही मस्जिद को लेकर यह पूरा विवाद हुआ था. मस्जिद के सर्वे का आदेश कोर्ट ने 19 नवंबर को दिया. कोर्ट ने यह आदेश दूसरे पक्ष को बिना सुने दिया था. इसके बाद इसी तारीख में सर्वे किया गया और बाकि का सर्वे करने टीम 24 नवंबर को पहुंची तो हिंसा हो गई.