Army Chief General Manoj Pande: भारत सरकार ने रविवार को सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे का कार्यकाल एक महीने के लिए बढ़ा दिया. सीओएएस जनरल पांडे इसी महीने 31 मई को सेवा से सेवानिवृत्त होने वाले थे. रक्षा मंत्रालय ने यह घोषणा की. मंत्रालय ने कहा कि कैबिनेट की नियुक्ति कमेटी ने रविवार को सेना नियम, 1954 के नियम 16 ए (4) के तहत जनरल पांडे को उनकी रिटायरमेंट की सामान्य उम्र (31 मई, 2024) से परे यानी 30 जून 2024 तक एक महीने की ड्यूरेशन के लिए विस्तार को मंजूरी दे दी.


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जनरल पांडे ने दिसंबर 1982 में कोर ऑफ इंजीनियर्स (बॉम्बे सैपर्स) में कमीशन प्राप्त किया था. इसके बाद उन्होंने  30 अप्रैल, 2022 को सेना प्रमुख की जिम्मेदारी संभाली. इससे पहले वह सेना के उप प्रमुख के रूप में कार्यभार संभाल रहे थे.


6 मई, 1962 को जन्मे पांडे दो साल से ज्यादा समय तक 29वें सेना प्रमुख रहे हैं. सेवा प्रमुखों का कार्यकाल तीन साल का होता है या वे 62 साल के होने तक सर्विस करते हैं. उप प्रमुख का कार्यभार संभालने से पहले पांडे कोलकाता में मौजूद पूर्वी कमान का नेतृत्व कर रहे थे, जो पूर्वी क्षेत्र में चीन के साथ भारत की सीमाओं की रक्षा के लिए जिम्मेदारी संभालते  हैं


जनरल पांडे के कार्यकाल में भारतीय सेना ने लद्दाख में सीमा विवाद के बीच चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के खिलाफ अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए पूर्वी क्षेत्र में नई हथियार प्रणालियों को तैनात किया. राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के पूर्व छात्र पांडे ने जम्मू और कश्मीर में नियंत्रण रेखा के साथ पल्लनवाला सेक्टर में ऑपरेशन पराक्रम के दौरान एक इंजीनियर रेजिमेंट की कमान संभाली थी.


पांडे ने अपने 41 साल के सैन्य करियर में कई अहम पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं. उन्होंने पश्चिमी थिएटर में एक इंजीनियर ब्रिगेड, एलओसी पर एक पैदल सेना ब्रिगेड, लद्दाख सेक्टर में एक पर्वत डिवीजन और पूर्वोत्तर में एक कोर की कमान संभाली है. पूर्वी कमान का कार्यभार संभालने से पहले वह अंडमान और निकोबार कमान के कमांडर-इन-चीफ थे.


पांडे ने स्टाफ कॉलेज, कैम्बर्ली (यूके), आर्मी वॉर कॉलेज, महू और नेशनल डिफेंस कॉलेज, नई दिल्ली से अपनी पढ़ाई पूरी की है.