Chandigarh News: चंडीगढ़ पुलिस ने एक एसयूवी चालक को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि इस शख्स को जब ट्रैफिक पुलिस ने रोका तो उसने खुद को एक मजिस्ट्रेट बताया और यातायात नियमों का उल्लंघन किया. सोशल मीडिया पर इसका एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें आरोपी पुलिसकर्मी के साथ बहस करता नजर आ रहा है.


चंडीगढ़ पुलिस ने लिया एक्शन


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चंडीगढ़ के सेक्टर 51 इलाके के निवासी एसयूवी चालक की पहचान प्रकाश सिंह मारवाह के तौर पर हुई है, जो पेशे से एक वकील है. सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में सफेद एसयूवी चला रहे प्रकाश को ट्रैफिक पुलिस के साथ बहस करते देखा गया है. वीडियो में वह क्षण कैद हो गया जब ट्रैफिक पुलिस ने प्रकाश को अपनी कार रोकने का इशारा किया. हालाँकि, प्रकाश ने आगे बढ़ना जारी रखा और अनियंत्रित तरीके से वाहन को रोक दिया.


वीडियो में साफ पता लग रहा है कि पुलिसकर्मी आरोपी से लाइसेंस के बारे में पूछ राह है औक वह देने से इंकार कर रहा है. धाराओं का रोब झाड़ते हुए प्रकाश कहता है कि आप मुझसे लाइसेंस नहीं पूछ सकते हैं. ट्रैफिक पुलिस ने प्रकाश से नंबर प्लेट के सामने लटके कपड़े के टुकड़े के बारे में पूछताछ की, जिसकी वजह से रजिस्ट्रेशन नंबर नहीं दिख रहा था.



ऑन-ड्यूटी ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के साथ तीखी नोकझोंक में उलझते हुए, उन्होंने जोर देकर कहा कि वे कॉल पर एक वरिष्ठ अधिकारी से बात करें. फिर भी, जब उसे अपना ड्राइविंग लाइसेंस दिखाने के लिए कहा गया, तो वह तुरंत घटनास्थल से भाग गया और चिल्लाया "चालान भेज देना." प्रकाश को धारा 179 (एक लोक सेवक का रूप धारण करना), 186 (सार्वजनिक कर्तव्यों के निर्वहन में लोक सेवक को बाधा पहुंचाना) और भारतीय दंड संहिता की 419 (प्रतिरूपण द्वारा धोखाधड़ी करना) के मामले में गिरफ्तार किया गया है. इसके साथ ही उसके खिलाफ सिग्नल तोड़ने और नंबर प्लेट को टेम्पर करने के मामले में मामला भी दर्ज किया गया है.