सतनाम सिंह संधू राज्यसभा के लिए मनोनीत; बड़ी निजी यूनिवर्सिटी के हैं संस्थापक
Chandigarh University VC: चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के फाउंडर और चांसलर सतनाम सिंह संधू को मंगल को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया. गृह मंत्रालय ने एक नोटिफिकेशन जारी करते हुए कहा कि, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संधू को पार्लियामेंट के ऊपरी सदन के लिए नामित किया है.
Satnam Singh Sandhu Rajya Sabha Member: चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के फाउंडर और चांसलर सतनाम सिंह संधू को मंगल को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया. गृह मंत्रालय ने एक नोटिफिकेशन जारी करते हुए कहा कि, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संधू को पार्लियामेंट के ऊपरी सदन के लिए नामित किया है. नोटिफिकेशन में कहा गया है कि, किसान के बेटे संधू भारत के अहम शिक्षाविदों में से एक हैं. इसमें कहा गया है कि, संधू एक किसान भी हैं और तालीम हासिल करने के लिए उन्होंने काफी संघर्ष किया. उन्हें 2001 में मोहाली में 'चंडीगढ़ ग्रुप ऑफ कॉलेजेज' (सीजीसी) की स्थापना और 2012 में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की स्थापना का क्रेडिट जाता है.
बयान के मुताबिक, वह अपने दो गैर सरकारी संगठनों 'इंडियन माइनॉरिटीज़ फाउंडेशन' और 'न्यू इंडिया डेवलपमेंट फाउंडेशन' के जरिए से स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में सुधार और आपसी भाईचारे को आगे बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर सामुदायिक प्रयासों में एक्टिव तौर पर शामिल हैं. उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने संधू के राज्यसभा के लिए नामांकन का खैर मकदम किया है. धनखड़ ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि, सामुदायिक सेवा में उनका समृद्ध कार्य और एजुकेशन, नवाचार और सीखने को लेकर उनका जुनून राज्यसभा के लिए ताकत का बड़ा स्रोत होगा. उन्होंने कहा कि मैं उनके कार्यकाल के लिए उन्हें नेक ख्वाहिशात पेश कर हूं.
पीएम नरेन्द्र मोदी ने कहा कि उन्हें खुशी है कि राष्ट्रपति ने सतनाम सिंह संधू को राज्यसभा के लिए नामित किया है. पीएम ने X पर पोस्ट करके हुए लिखा, सतनाम जी ने खुद को एक प्रसिद शिक्षाविद् और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में स्थापित किया है. वह विभिन्न तरीकों से जमीनी स्तर पर लोगों की सेवा कर रहे हैं. उन्होंने हमेशा राष्ट्रीय एकता को आगे बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर काम किया है. उन्होंने भारतीय प्रवासियों के साथ भी काम किया है". पीएम मोदी ने संधू को उनकी संसदीय यात्रा के आगाज के लिए मुबारकबाद पेश की. साथ ही कहा कि उन्हें भरोसा है कि राज्यसभा की कार्यवाही उनके विचारों से समृद्ध होगी.