नई दिल्ली: लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के संस्थापक राम विलास पासवान (Ram Vilas Paswan) की जयंती के मौके पर उनके बेटे चिराग पासवान (Chirag Paswan) हाजीपुर से आशीर्वाद यात्रा का आगाज करेंगे. बता दें कि राम विलास पासवान का संसदीय क्षेत्र हाजीपुर ही रहा है. अपनी इस यात्रा से पहले चिराग पासवान ने एक भावुक ट्वीट किया है. 


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उन्होंने कहा है कि 'Happy Birthday Papa Ji, आप की बहुत याद आती है. मैं आप को दिए वादे को पूरा करने की पूरी कोशिश कर रहा हूं. आप जहां कहीं भी हैं मुझे इस मुश्किल हालत में लड़ते देख आप भी दुखी होंगे. आप ही का बेटा हूं, हार नहीं मानूंगा. मैं जानता हूं आपका आशीर्वाद हमेशा मेरे साथ है, Love You Papa Ji'



पटना से हाजीपुर तक निकलने वाली आशीर्वाद यात्रा के लिए चिराग पासवान ने दिल्ली से पटना की तरफ़ रवाना होने से पहले कहा जी मीडिया से कि मैं बिहार के हर कोने तक जाऊंगा और सबका आशीर्वाद पाऊंगा मुझे पूरी उम्मीद है कि बिहार की जनता मुझे अपना आशीर्वाद देगी. उन्होंने बताया कि यह यात्रा इसलिए ख़ास है क्योंकि आज ये भी तय होगा कि आख़िर लोजपा के कार्यकर्ता अपना नेता कहते हैं चिराग पासवान को या पशुपति पारस को.


बता दें कि यह यात्रा लोक जनशक्ति के नेता चिराग पासवान की अगुवाई में निकलेगी और इसका मकसद पार्टी और चिराग पासवान के लिए अवाम की हिमायत हासिल करना है. साथ ही चिराग पासवान गुट पारस को अपनी ताकत का एहसास भी कराना चाह रहा है. चिराग के लिए  हाजीपुर इसलिए भी मायने रखता है क्योंकि 5 सांसदों को लेकर अलग हुए उनके चाचा पशुपति पारस का यह संसदीय क्षेत्र है और चाचा से अभी उनकी आरपार की लड़ाई चल रही है. 


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सोमवार को सुबह 11 बजे से दिल्ली से पटना के लिए निकलेंगे. दोपहर 1.10 बजे वह पटना हाईकोर्ट परिसर में बाबा साहेब डॉ. भीमराव आमबेडकर के मुजस्समे पर गुलपोशी कर खिराजे अकीदत पेश करेंगे. पटना के कुछ रास्तों से रैली निकालते हुए वह 2.20 बजे हाजीपुर पहुंचकर बाबा चैहरमल की प्रतिमा पर फूल चढ़ाकर उन्हें श्रद्धांजलि देंगे. वह शाम 6.30 बजे तक वैशाली में कयाम करेंगे. उधर, पशुपति पारस ने यात्रा को लेकर तंकीद की है. 


दो गुटों में बंट चुकी है पार्टी 
हाजीपुर लोकसभा सीट कभी लोजपा के बानी और चिराग के पिता मरहूम रामविलास पासवान का गढ़ माना जाता था. राम विलास पासवान यहां से सांसद होते थे, लेकिन फिलहाल पशुपति पारस वहां से सांसद हैं. वहीं चिराग पासवान जमुई सीट से सांसद हैं. पशुपति पारस ने हाल ही में चिराग को हटाकर लोजपा के संसदीय दल के नेता का ओहदा लोकसभा में हासिल किया है और पार्टी के अन्य मौजूदा सांसद भी उनका समर्थन कर रहे हैं. इसके बाद पारस लोजपा के इस टूटे हुए गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी चुने गए हैं जबकि चिराग खुद को पार्टी का कौमी सदर बता रहे हैं. लोजपा में चाचा और भतीजे के ये लड़ाई फिलहाल चुनाव आयोग के पास है. चुनाव आयोग को दोनों नेताओं के दावों की जांच कर फैसला देना है.


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