नई दिल्ली: मुसलमानों के सबसे मुकद्दस महीने रमजान-उल-मुबारक का आगाज हो चुका है. सोमवार को चांद न दिखने की सूरत में आज माहे शाबान की 30 तारीख थी. इस हिसाब से बुधवार का रमज़ान का पहला रोजा होगा. रमजान का चांद नजर आने पर सभी मुसलमान नमाजे तरावीह और रोजे के अलावा कई अन्य इबादतों का एहतेमाम करते हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सीएम योगी ने दी मुबारकबाद
इस मौके उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सभी प्रदेशवासियों के रमजान की मुबारकबाद पेश की. सीएम योगी ने मुबारकबाद देते हुए कहा- पवित्र रमज़ान माह के अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं. साथ ही सीएम ने अपील करते हुए कहा कि कोरोना वायरस के मद्देनजर लोग रमज़ान के दौरान घरों में ही रहकर सभी धार्मिक कार्य सम्पन्न करें.


सीएम योगी ने कहा कि रमज़ान के पवित्र दिनों में रोज़ा, मानवता की सेवा, ईश्वर की बन्दगी जैसे नेक कार्यों से धैर्य, आत्म अनुशासन, सहनशीलता, सादगी आदि मूल्यों को बढ़ावा मिलता है. इससे परस्पर प्रेम और भाईचारे की भावना बलवती होती है. 


बता दें कि रमजान मुसलमानों के लिए सबसे पवित्र महीना माना जाता है. इस्लामी कैलेंडर के हिसाब यह 9वां महीना होता है. रमजान के महीने में सभी मुस्लिम लोग एक महीने के रोजे रखते हैं और अल्लाह की इबादत करते. साथ ही अपने गुनाहों की माफी मांगते हैं. मुसलमानों को मानना है कि इस रमजान के महीने में इबादत करने से अन्य महीनों के मुकाबले 70 गुना ज्यादा सवाब मिलता है. सभी मुसलमानों के लिए जन्नत के दरवाजे खोल दिए जाते हैं और शैतानों को कैद कर दिया जाता है.


हिंदुस्तान में रमजान का महीना आते ही बाजारों में रौनक लगनी शुरू हो जाती है. साथ ही इफ्तार पार्टियां की जाती हैं. लेकिन कोरोना वायरस के चलते इस बार भी पिछली बार की तरह ही केंद्र और राज्य सरकारों की तरफ से घरों में रहकर इबादत करने की अपील की गई है. 


ZEE SALAAM LIVE TV