लोकसभा इलेक्शन से पहले कांग्रेस को लगा बड़ा झटका; गांधी परिवार के करीबी ने थामा BJP का दामन
Aam Chunav 2024: कांग्रेस को एक फिर बड़ा झटका लगा है. गांधी परिवार के सबसे करीबी और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी और पूर्व सांसद गजेन्द्र सिंह ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. पूरी खबर पढ़ने के लिए नीचे स्क्रॉल करें.
Aam Chunav 2024: आम चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस को एक फिर बड़ा झटका लगा है. गांधी परिवार के सबसे करीबी और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी और पूर्व सांसद गजेन्द्र सिंह ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. मध्य प्रदेश के सीएम डॉ. मोहन यादव और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने काग्रेंस के लीडर्स को भाजपा की सदस्यता दिलाई है.
सुरेश पचौरी सियासी सफर
कांग्रेस के पूर्व नेता सुरेश पचौरी कांग्रेस के दिग्गज नेता और गांधी परिवार के करीबी माने जाते हैं. पचौरी साल 1981-83 में ही मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस के महासचिव बन गए थे, जबकि 1984-85 में सूबे युवा कांग्रेस के अध्यक्ष, 1985-88 तक भारतीय युवा कांग्रेस के महासचिव, 1984-90 तक रहें.
इसके बाद राज्यसभा सदस्य बने और साल 1990 में गृह और रक्षा मंत्रालय की सलाहकार समिति के सदस्य बनें और साल 1990-96 राज्यसभा सदस्य बनें. साल 1995-96 में केन्द्रीय रक्षा उत्पादन राज्य मंत्री, 1996-2002 में राज्यसभा सदस्य, साल 2000 में राज्यसभा के उपाध्यक्ष (पैनल), 2002-2008 में राज्यसभा सदस्य बने, 2004 में मुख्य सचेतक राज्यसभा, 2004-2008 तक कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन और संसदीय कार्य मंत्रालय में केन्द्रीय राज्यसभा, 2008-2011 में मध्य प्रदेश के कांग्रेस के चीफ रहे हैं.
पूर्व सीएम ने साधा निशाना
वहीं, मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर हमला बोला है. उन्होंने कहा, "महात्मा गांधी ने आजादी के बाद यह कहा था कि कांग्रेस आजादी का आंदोलन था, अब स्वतंत्रता मिल गई है तो कांग्रेस को भंग कर देना चाहिए. अब नए दलों का गठन होना चाहिए, लेकिन पूर्व पीएम पंडित जवाहरलाल नेहरू ने सत्ता के स्वार्थ की वजह से कांग्रेस को भंग नहीं होने दिया और आंदोलन की राजनीतिक लाभ उठाया."
शिवराज सिंह चौहान ने आगे कहा, "देश के प्रथम प्राइम मिनिस्टर जवाहरलाल नेहरू ने महात्मा गांधी की इच्छा पूरी नहीं की, लेकिन राहुल गांधी इस इच्छा को पूरा कर के ही चैन की सांस लेंगे. एक-एक कर के कांग्रेस की अगुआई से परेशान होकर उनके अच्छे नेता भाजपा जॉइन कर लेंगे."