What is Nasal Vaccine: चीन में कोरोना के केसेज में इजाफा हो रहा है. यहां कोरोना के BF.7 ने कहर मचाया हुआ है. यहां हर दिन 10 लाख कोरोना के केसेज आ रहे हैं. इसके अलावा यहां हर दिन कोरोना की वजह से 5000 लोगों की मौत हो रही है. बताते हैं कि अगले साल अप्रैल तक इन मामलों में और इजाफा हो सकता है. इसी के पेशे नजर भारत सरकार भी हरकत में आई है. उसने कोरोना के लिए नेजल वैक्सीन की मंजूरी दे दी है. आइए जानते हैं कि यह कैसे काम करती है. 


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क्या है नेजल वैक्सीन?


कोनोना की दूसरी वैक्सीन की तरह ही नोजल वैक्सीन होती है. यह वैक्सीन इंजकशन से बांह में नहीं लगाई जाती बल्कि यह इंसान के नाक के जरिए दी जाती है. वैक्सीन एक स्प्रे की तरह होती है. इसको नाक में थोड़ा सा अंदर डाल कर स्प्रे किया जाता है. भारत सरकार ने पहले इसे इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी थी, लेकिन अब इसे अधिकारिक तौर पर मंजूरी मिल गई है. अफसरों के मुताबिक इसका इस्तेमाल बूस्टर डोज के तौर पर किया जाएगा. यह वैक्सीन पहले निजी अस्पतालों में मौजूद रहेगी. इसे कोविड टीकाकरण प्रोग्राम में भी शामिल किया जाएगा.


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कैसे करती है काम?


जानकारों के मुताबिक नोजल वैक्सीन प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को तेज करने में मददगार होगी. कोरोना वायरस अक्सर नाक के जरिए इंसान के जिस्म में घुसते हैं. कोरोना वायरस नाक में मौजूद झिल्ली की कोशिकाओं को खत्म करते हैं. ऐसे में नोजल वैक्सीन के स्प्रे से कोरोना वायरस के शरीर में पहुंचने से पहले ही खत्म हो जाएंगे. ये वैक्सीन नाक में ही मजबूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया बनाएगी और वायरस को बढ़ने से रोकेगी. इस वैक्सीन को लेने में दर्द नहीं होगा.


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