नई दिल्लीः चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, ब्राजील और अमेरिका में कोविड-19 के मामलों में एक बार फिर बढ़ने लगे हैं. चीन में फिर से लॉकडाउन लगाने पर विचार किया जा रहा है. आशंका जताई गई है कि चीन में इस बार और अधिक मौतें भी हो सकती है. इसी बीच भारत में भी विदेशों में कोविड के बढ़ते मामलों को लेकर चिंता प्रकट की जाने लगी है. हालांकि, एक शीर्ष भारतीय स्वास्थ्य विशेषज्ञ ने मंगलवार को कहा है कि घबराने की कोई बात नहीं है, क्योंकि देश की व्यवस्था ’सतर्क’ है. यह टिप्पणी कोविड 19 वर्किंग ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. एनके अरोड़ा ने की है. विशेषज्ञ के मुताबिक टीकाकरण और हाईब्रिड इम्युनिटी भारत में लोगों को कोविड से बचाने में मददगार साबित होगी. 

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हमें सतर्क रहने की जरूरत है
डॉ. एनके अरोड़ा ने कहा, “यह एक महत्वपूर्ण बात है कि हम चीन में कोविड के बढ़ती स्थिति पर कड़ी निगरानी रखे हुए हैं.  लेकिन मैं कहूंगा कि घबराने की कोई बात नहीं है. सिस्टम बहुत सतर्क है, लेकिन हमें और सतर्क रहने की जरूरत है. जहां तक जीनोमिक सर्विलांस का सवाल है, यह सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है, हम लक्षणों वाले व्यक्तियों की जीनोमिक सर्विलांस कर रहे हैं.’’ कोविड स्थिति से निपटने के लिए भारत की तैयारियों पर भरोसा जताते हुए विशेषज्ञ ने कहा है कि नए सब-वैरिएंट के उभरने की स्थिति में भारत उचित कार्रवाई करने में सक्षम है. 

भारत में हालात नियंत्रण में हैं 
डॉ. एनके अरोड़ा ने कहा कि हम अस्पताल में भर्ती मरीजों  और यहां तक ​​कि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर आने वाले लोगों की भी निगरानी कर रहे हैं. नमूनों का एक निश्चित अनुपात रैंडम तौर पर भी लिया जाता है, अगर कोई नया सब-वैरिएंट या कुछ भी है मिलता है, तो उचित कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा, “कुल मिलकर भारत में हालात नियंत्रण में है, लेकिन हमें सतर्कता बनाए रखने की जरूरत है. डॉ. अरोड़ा ने यह भी कहा कि चीन में कोविड की सटीक स्थिति अभी भी स्पष्ट नहीं है.

स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया स्थिति की समीक्षा करेंगे
डॉ. एनके अरोड़ा ने कहा कि भारत में व्यापक रूप से प्रतिरक्षित वयस्क आबादी है, विशेष रूप से बहुत प्रभावी टीकों के साथ. इसके अलावा, कई डेटा हैं जो इंगित करते हैं कि हमारे 90 प्रतिशत लोग प्राकृतिक कोविड संक्रमण से भी प्रभावित हुए हैं. इसलिए, भारतीय आबादी उस रोग से प्रतिरक्षित है जिसे हम हाइब्रिड इम्युनिटी कहते हैं. वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा है कि वह बुधवार को महामारी की स्थिति की समीक्षा करेंगे. उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य पर विचार करते हुए बुधवार को दोपहर 11 बजे कोविड-19 स्थिति की समीक्षा करेंगे. राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को लिखे पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि इस तरह की कवायद देश में वायरस के नए स्वरूप का समय पर पता लगाने में सक्षम होगी और आवश्यक सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को सुनिश्चित करेगी.


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