नागपुर से मिली थी मध्य प्रदेश में 19 गायों और 43 बैलों को काटने की सुपारी; कौन फैलाना चाहता है दंगा ?
Seoni Cows Slaughter case: मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में 19 और 20 जून को बड़ी संख्यां में गौवंश मिलने से शहर में हड़कंप मच गया था. इस मामले में स्थानीय प्रशासन ने तुरंत जांच शुरू कर दी. पुलिस को आखिरकार एक हफ्ते बाद इस मामले में बड़ी कामयाबी मिली है.
MP Cow slaughter Case: मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में गौवंश हत्याकांड मामले में मोहन सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है. पिछले हफ्ते गायों समेत 60 से ज्यादा मवेशियों की हत्या के मामले में पुलिस ने 24 लोगों को गिरफ्तार किया है.अफसरों इस मामले में जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से 8 नागपुर के हैं. इन आरोपियों ने सांप्रदायिक उन्माद फैलाने के लिए जानवरों को मारने की साजिश रची थी. इस मामले में हैरान करने वाली बात यह है कि मवेशियों की हत्या करने के लिए किसी दूसरे व्यक्ति के द्वारा फंडिंग की गई थी. पुलिस इस मामले में हर बिंदु पर गहराई से जांच में जुटी हुई है.
दरअसल, 19 और 20 जून को सिवनी के पिंडराई गांव के पास वैनगंगा नदी में 18 गायों के गर्दन कटे शव पाए गए थे, जबकि 28 गायों और बैलों के शव जिले के धूमा थाना इलाके के ककरतला वन क्षेत्र में मिले थे. इसके बाद भी जिले के कई इलाकों में ऐसे कई और शव मिले. बड़ी संख्यां में गौवंश मिलने से शहर में हड़कंप मच गया. स्थानीय प्रशासन ने तुरंत जांच शुरू कर दी. पुलिस को आखिरकार एक हफ्ते बाद इस मामले में बड़ी कामयाबी मिली.
पुलिस अफसर ने कबहा, "इस सिलसिले में अब तक कुल 24 लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपी व्यक्तियों को पैसे के बदले में गोजातीय जानवरों की हत्या करने का काम सौंपा गया था और स्थानीय निवासी भी इस अपराध में शामिल पाए गए हैं"
उन्होंने आगे कहा, "भोपाल में पुलिस मुख्यालय भी मामले की निगरानी कर रहा था, क्योंकि घटना का मकसद सांप्रदायिक सद्भाव को बाधित करना था और उसने अपने कर्मियों को इस अमानवीय कृत्य में शामिल लोगों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था."
इन आरोपियों की हुई गिरफ्तारी
सिवनी पुलिस ने जांच के दौरान शुरू में ही इस मामले में मध्य प्रदेश गौवंश वध प्रतिषेध अधिनियम, 2004 और पशु क्रूरता निवारण अधिनियम, 1960 के तहत अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था, उन्होंने कहा कि सुराग के आधार पर पुलिस कार्रवाई कर रही है। सबसे पहले वाहिद खान और उसके छह साथियों को गिरफ्तार किया।
अफसर ने कहा कि पूछताछ के दौरान, उन्होंने खुलासा किया कि खान ने मोटी रकम के बदले में नागपुर के इसरार अहमद के कहने पर गोजातीय जानवरों की हत्या की व्यवस्था की थी. उन्होंने बताया कि इसरार और उसके साथी 17 जून को सिवनी पहुंचे और फिर उन्होंने सना-उर-रहमान, अब्दुल करीम और रफीक खान को भी पैसे की पेशकश कर इस काम के लिए अपने साथ जोड़ लिया. पुलिस ने इसरार को अरेस्ट कर लिया और पूछताछ के दौरान उसने पुलिस को बताया कि उसने अपने साथियों की मदद से गायों को मारने की योजना बनाई थी.
मुख्य आरोपी वाहिद खान पर लगाया गया NSA
बता दें कि सिवनी की सीमा महाराष्ट्र के नागपुर से लगती है जहाँ मध्य प्रदेश की तरह गोहत्या पर प्रतिबंधित है. जबलपुर रेंज के आईजी अनिल सिंह कुशवाह ने पहले कहा था कि सिवनी में कुल 62 गोजातीय पशु - 19 गायें और 43 बैल मारे गए हैं.
उन्होंने कहा, "जांच से पता चला कि इन जानवरों की हत्या का मकसद सांप्रदायिक उन्माद फैलाना था. पुलिस जांच से पता चला है कि नागपुर के मोमिनपुरा इलाके के रहने वाले इसरार ने मुख्य आरोपी वाहिद खान (28) को अग्रिम राशि के रूप में 30,000 रुपये का भुगतान किया था, जिसके खिलाफ गोजातीय जानवरों को इकट्ठा करने के लिए एनएसए ( NSA) लगाया गया है.