दिवाली के बाद अब छठ पूजा आने वाली है. इस मौके पर देश के अलग-अलग शहर में रहने वाले लोग खासकर यूपी, बिहार और झारखंड के लोग अपने घर वापस लौट रहे हैं. ऐसे में ट्रेन में काफी ज्यादा भीड़ है, और कन्फर्म टिकट मिलना काफी मुश्किल है. छठ के त्योहार में ऐसी भीड़-भाड़ अक्सर देखने को मिलती है. तमाम नई ट्रेनो के ऐलान के बाद भी इस बार फिर ट्रेन के अंदर जाने के लिए जंग जारी है. शहर कोई भी हो हालात सबके एक जैसे हैं.  

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स्टेशन के हालात 
छठ के त्योहार के वजह से स्टेशन के हालात काफी बेकार है. स्टेशन पर काफी भीड़-भाड़ है. ट्रेन फुल है. वेटिंग के कन्फर्म होने की कोई उम्मीद नहीं है. स्पेशल ट्रेन में जगह मिलने की भी कोई गारंटी नहीं है. प्लेटफार्म पर भीड़ के वजह से पैर रखने की जगह नहीं है. ट्रेन आ गई तो अपने बोगी में घुसना मुश्किल है. ट्रेन में रिजर्वेशन के बावजूद कोई रिजर्व सीट नहीं है. जितनी सीट है, उसके दस गुना ज्यादा पैसेंजर है. अब आलम ये है कि लोग अपनी जान जोखिम में डालकर ट्रेनों के दरवाजे पर लटक कर घर जा रहे है. 

ट्रेन में चढ़ने के लिए पैसेंजर में मारपीट 
प्लेटफार्म पर काफी ज्यादा भीड़ होने के वजह से ट्रेनों में चढ़ना मुश्किल हो रहा है, जिसके वजह से अधिकांश लोगों की ट्रेन छूट जा रही हैं. रिजर्व होने के बावजूद भी सीट न मिल पाने के वजह से यात्रियों में बहस भी हो रही हैं. हालाकि इस बार भी भारतीय रेलवे ने दिवाली और छठ के मौके पर स्पेशल ट्रेनों का परिचालन शुरू किया है, लेकिन ये ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रहा है.