Dal Lake blaze: कश्मीर में डल झील में आग लगने से तीन विदेशी पर्यटकों की मौत
Dal Lake blaze: कश्मीर में डल झील में शनिवार की सुबह आग लगने से जहां करोड़ों की संपत्ति जलकर खाक हो गई, वहीं तीन विदेशी पर्यटकों की भी इस हादसे में मौत हो गई है.
Dal Lake blaze: कश्मीर में डल झील में शनिवार को आग लगने से तीन विदेशी पर्यटकों की मौत हो गई. अधिकारियों ने कहा कि उन शवों की पहचान नहीं हो पाई है. जले हुए पर्यटकों के शव झील के घाट के पास जले हुए हाउसबोट के मलबे से निकाले गए हैं. आग ने पांच हाउसबोट और उनसे जुड़ी कई झोपड़ियों को अपनी चपेट में ले लिया था. अभी आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है. हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि हीटिंग उपकरण में खराबी की वजह से तड़के एक हाउसबोट में आग लग गई थी.
अधिकारियों ने कहा कि पीड़ितों की पहचान स्थापित करने के लिए उनके डीएनए नमूने निकाले गए है. हाउसबोट संचालकों द्वारा रखे गए रिकॉर्ड के अनुसार, ऐसा माना जा रहा है कि पर्यटक बांग्लादेश से थे और उनमें एक महिला भी शामिल थी.
अधिकारियों ने कहा कि शवों को सौंपने से पहले पीड़ितों के परिवार के सदस्यों के डीएनए नमूनों के जरिए उनकी पहचान की जाएगी.
गौरतलब है कि सुबह करीब सवा पांच बजे लगी इस आग में करोड़ों रुपये की संपत्ति नष्ट हो गई. अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय लोगों और अग्निशमन और आपातकालीन सेवा कर्मियों के अथक प्रयासों के बाद आग पर काबू पा लिया गया था.
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डल और निगीन झीलों पर खड़ी हाउसबोटों में आग लगने की यह दूसरी बड़ी घटना थी. इससे पहले अप्रैल 2022 में, शहर के बाहरी इलाके में विदेशी पर्यटकों के बीच लोकप्रिय निगीन झील पर विनाशकारी आग में सात हाउसबोट जलकर खाक हो गए थे. हालांकि, उस वक्त की घटना में किसी को चोट नहीं आई थी.
अधिकारियों ने कहा कि श्रीनगर के उपायुक्त मोहम्मद ऐजाज और पर्यटन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने डल झील पर आग लगने की जगह का दौरा किया है, और क्षतिग्रस्त हाउसबोटों के पुनर्निर्माण में हर संभव मदद का भरोसा दिया है.
कश्मीर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (केसीसीआई) ने भी आग की घटना पर दुख का इज्हार किया और कहा, “यह वास्तव में हेरिटेज हाउसबोट आबादी के लिए एक बड़ा नुकसान है.“ केसीसीआई के अध्यक्ष जावीद अहमद टेंगा ने एक बयान में उपराज्यपाल के नेतृत्व वाले जम्मू-कश्मीर प्रशासन से नुकसान का आकलन करने और पीड़ितों का पुनर्वास को सुनिश्चित करने के लिए युद्ध स्तर पर आवश्यक नैतिक और मौद्रिक मुआवजा देने का आग्रह किया है.
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