Dehradun Madarsa Survey: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून जिले में शासन के निर्देश पर मदरसों की जांच शुरू कर दी गई है. डीएम सविन बंसल ने इसके लिए तहसील स्तर पर कमेटियों का गठन किया है, जो एसडीएम की अगुवाई में जांच कर रिपोर्ट डीएम को देंगी.


उत्तराखंड के देहरादून में मदरसों के सर्वे के आदेश


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डीएम बंसल ने कहा कि सभी एसडीएम जिला अल्पसख्यक कल्याण अधिकारी और शिक्षा विभाग से समन्वय बनाकर मदरसों का सर्वे करें और साथ ही  नियमानुसार कार्रवाई करते हुए रिपोर्ट पेश करें. डीएम ने कहा कि सभी एसडीएम अपनी तहसीलों में चलने वाले रजिस्टर्ड मदरसों सहित अनरजिस्टर्ड मदरसों की पूरी डिटेल देंगे.


इस रिपोर्ट में क्या होगा?


रिपोर्ट के मुताबिक एसडीएम के जरिए की जाने वाली जांच के बाद बनाई जाने वाले इस रिपोर्ट में देखा जाएगा कि मदरसों में सभी गाइडलाइंस का पालन हो रहा है या नहीं. जैसे एनसीईआरटी कोर्स से पढ़ाई, मिड-डे-मील, सफाई, रोशनी के इंतेजाम, मूलभूत सुविधा आदि.


रजिस्टर्ड मदरसों की जांच


डीएम सविन बंसिल ने कहा कि मदरसों के सर्वे में देखा जाएगा कि उन्हें एनसीआरटी के कोर्स के जरिए पढ़ाई दी जा रही है या नहीं, मिड डे मील मिल रहा है या नहीं और कुछ मूलभूत मुहैया है या नहीं. उन्होंने कहा कि इन सभी चीजों को देखा जाना है.


अनरजिस्टर्ड मदरसों के बारे में इंटेलिजेंस इनपुट


डीएम सविन बंसल वे कहा कि जो अनरजिस्टर्ड और बिना किसी इजाजत के मदरसे चल रहे हैं उनके खिलाफ कुछ इंटेलिजेंस इनपुट मिला है. जिसके बिनाह पर ज्वाइंट टीम बनाई गई हैं. इस टीम में एसडीएम, पुलिस और मदरसा बोर्ड के शिक्षा अधिकारी शामिल हैं. इस सर्वे में देखा जाएगा कि वह कैपेसिटी के मुताबिक चल रहे हैं कि नहीं, रजिस्ट्रेशन न होने की वजह क्या है, किस तरह की तालीम दी जा रही है और बच्चों के रहने के लिए मूलभूत सेवाएं जो हैं या नहीं यह सब देखा जाएगा.