Dehradun News: देहरादून में मुस्लिम दुकानदार को अपने दुकान में हिंदू देवी देवताओं को फोटो रखना भारी पड़ गया. वहां के एक संगठन ने मुस्लिम दुकानदार के दुकान में घुस कर भगवान राम की तस्वीरों को हटा दिया. इसकी जानकारी पुलिस ने शुक्रवार को दी.


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बता दें कि राधा धोनी के नेतृत्व वाले ग्रुप ने मुस्लिम दुकानदार के दुकान में भगवान के पोस्टरों के प्रदर्शन पर आपत्ति जताई थी. जिसके बाद उन्होंने जबरन दुकान में घुसकर दुकान से पोस्टर हटा दिए. इसके बाद उन्होंने कहा कि उस आदमी को हिंदू देवताओं के पोस्टर प्रदर्शित करने का कोई हक नहीं है, क्योंकि वह मुस्लिम समुदाय का है. जिसके बाद इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया वायरल हो गया. जिसमें ग्रुप के लोग महिला दुकानदार को धमकाते हुए पोस्टर हटा रहे हैं.


स्थानीय लोगों ने बताया
स्थानीय लोगों के मुताबिक, "आईएसबीटी के नजदीक मौजूद दुकान का मालिक एक हिंदू है और इसे एक मुस्लिम आदमी चला रहा था. लेकिन मालिक ने दुकानदार से कहा था कि इसके अंदर कुछ भी न बदले."


पुलिस इन धाराओं में मामला दर्ज किया
वहीं, पटेल नगर पुलिस थाने ने गुरुवार को धोनी और उनके सहयोगियों के खिलाफ में केस दर्ज कर लिया है. पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153 ए (विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), 295 ए (धार्मिक भावनाओं को अपमानित करने के इरादे से दुर्भावनापूर्ण कृत्य) और 505 (सार्वजनिक शरारत) के तहत मामला दर्ज किया गया है.


'भगवान किसी धर्म या मजहब का नहीं होता'
वहीं, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद यूजर दो धरों में बट गई है. एक यूजर ने लिखा कि जब वो हिंदू नहीं है, तो वह हिंदू देवी देवताओं का फोटो क्यों लगाए थे.वहीं, एक दूसरे यूजर ने मुस्लिम दुकानदार के सपोर्ट में लिखा कि इस देश की तो यही खूबसूरती है. भगवान किसी धर्म या मजहब का नहीं होता है वो सभी धर्मों के होते हैं.