Delhi AIIMS doctors end strike: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर से रेप के बाद हत्या हुई थी. जिसके बाद पूरे देश में डॉक्टरों ने हड़ताल कर दिया था और पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए देशभर में प्रोटेस्ट कर रहे हैं. इस बीच दिल्ली एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने बड़ा ऐलान किया है.  11 दिनों से चल रही हड़ताल को दिल्ली एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन खत्म कर दी है. 


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दिल्ली एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने क्या कहा?
हड़ताल खत्म करते हुए रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने कहा, "सुप्रीम कोर्ट की अपील और आश्वासन के बाद हम काम पर लौट रहे हैं. हम कोर्ट की सराहना करते हैं. हम उसके निर्देशों का पालन करेंगे. मरीजों की देखभाल हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है."


फीमा की बैठक
वहीं, एसोसिएशन (फीमा) से संबंधित रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन की अखिल भारतीय स्तर की बैठक चल रही है. इसमें हड़ताल खत्म करने पर भी फैसला लिया जा सकता है.


क्या है पूरा मामला
सुप्रीम कोर्ट ने प्रदर्शनकारी डॉक्टरों को काम पर लौटने का निर्देश दिया. जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा, "हम समझ रहे हैं कि डॉक्टर परेशान हैं, लेकिन आपको काम पर लौटना होगा. क्योंकि मरीज आपके लौटने का इंतजार कर रहे हैं. अगर डॉक्टर अपने काम पर नहीं लौटते तो कैसे काम चलेगा?" इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव को डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए राज्यों के मुख्य सचिवों और डीजीपी से बात करने का निर्देश दिया है.


स्पेशल टास्क फोर्स का गठन
कोलकाता मामले पर स्वत: संज्ञान लेते हुए सुप्रीम कोर्ट ने आज यानी 22 अगस्त को मामले की सुनवाई की. चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की बेंच ने मामले की सुनवाई की. कोर्ट ने मंगलवार को नेशनल टास्क फोर्स का गठन किया था. इसका उद्देश्य डॉक्टरों और स्वास्थ्य पेशेवरों की सुरक्षा और सुविधाओं को सुनिश्चित करना है. इसके लिए एक राष्ट्रीय प्रोटोकॉल बनाया जाना है.