Delhi: नफरत की इन्तहा, मुगल शासक के नाम वाली सड़क के साइन बोर्ड पर चिपका दिया `अयोध्या मार्ग` का बोर्ड
Delhi Babar Road News: शनिवार को हिंदू सेना के सदस्यों ने दिल्ली की बंगाली मार्केट के पास बाबर रोड के साइन बोर्ड के साथ छेड़छाड़ करते हुए उसे `अयोध्या मार्ग` कर दिया. हिन्दू सेना के वर्कर्स ने बाबर रोड पर `अयोध्या मार्ग` नाम वाला एक पोस्टर चस्पा कर दिया.
Delhi Babar Road: अयोध्या में 22 जनवरी को राम लला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां जोर-शोर से जारी हैं. प्राण प्रतिष्ठा समारोह से ठीक दो दिन पहले यानी शनिवार को हिंदू सेना के सदस्यों ने दिल्ली की बंगाली मार्केट के पास बाबर रोड के साइन बोर्ड के साथ छेड़छाड़ करते हुए उसे "अयोध्या मार्ग" कर दिया. दरअसल, हिन्दू सेना के वर्कर्स ने बाबर रोड पर "अयोध्या मार्ग" नाम वाला एक पोस्टर चस्पा कर दिया, जिससे रोड का नाम बदलने की मांग पर बहस की एक नई लहर छिड़ गई है. दिल्ली पुलिस ने बताया कि उन्हें इस सिलसिले में कोई औपचारिक शिकायत नहीं मिली है. हालांकि, नागरिक एजेंसियों ने खुलासा किया कि उन्होंने साइन बोर्ड से पोस्टर हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी है.
इससे पहले 8 जनवरी को हिंदू सेना ने नई दिल्ली म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन (NDMC) को एक लेटर जारी करते हुए औपचारिक रूप से बाबर रोड का नाम बदलकर अयोध्या रोड करने की अपील की थी. संगठन के प्रमुख विष्णु गुप्ता के खत में मुगल बादशाह बाबर पर भारत के लोगों पर जुल्म करने का इल्जाम लगाते हुए बाबर रोड का नाम बदलने की मांग की. नगर निकाय को लिखे खत में विष्णु गुप्ता ने कहा था, बाबर ने भारत के लोगों पर जुल्म किया और जबरदस्ती हिंदुओं का मजहब तब्दील कराया, हमारे मठों और मंदिरों को तबाह कर दिया और उन पर जबरन मस्जिदें बनाईं".
संगठन का कहना है कि मौजूदा दौर में सड़क का नाम बहुसंख्यकों की सांस्कृतिक और मजहबी जज्बात के विपरीत कार्यों से जुड़े एक शख्स की तारीफ करने जैसा है. हिंदू सेना ने अपना तर्क देते हुए कहा कि, यह देश राम का है तो बाबर रोड का नाम भी बदलना चाहिए. हिंदू सेना का कहना है कि अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बन रहा है. जब बाबर की बाबरी नहीं रही तो दिल्ली में बाबर रोड का क्या काम? वहीं, इस पूरे मामले पर नई दिल्ली नगरपालिका परिषद के अफसरान ने कहा कि उनकी तरफ से पोस्टर को हटाने की कार्रवाई की जा रही है और इस मामले में शिकायत भी दर्ज की गई है.