Delhi MCD Election 2022: दिल्ली नगर निगम (MCD) इलेक्शन में पुरानी दिल्ली और उत्तर-पूर्वी दिल्ली के कुछ इलाक़ों में मुस्लिम वोटर्स की अहमियत से इनकार नहीं किया जा सकता हैं. इस इलेक्शन में भी मुस्लिम वोटर्स अहम रोल अदा करने वाले हैं. दिल्ली में मुसलमानों की आबादी तक़रीबन 13 फीसद है. दिल्ली नगर निगम की तक़रीबन 60 ऐसी सीटें हैं जहां मुस्लिम वोट किसी भी उम्मीदवार की हार-जीत का फ़ैसला करने की ताक़त रखते हैं. हर बार की तरह इस बार भी तमाम सियासी पार्टियों ने मुस्लिम उम्मीदवारों पर दांव लगाया है. कांग्रेस ने जहां अल्पसंख्यक समुदाय से 24 उम्मीदवारों को टिकट देकर मैदान में उतारा. वहीं, आम आदमी पार्टी ने 7 और बीजेपी ने 4 मुस्लिम चेहरों पर भरोसा ज़ाहिर किया.


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एमसीडी की 60 सीटों पर मुस्लिम वोटर्स का दबदबा
दिल्ली नगर निगम की तक़रीबन 60 ऐसी सीटें हैं जो मुस्लिम दबदबे वाली मानी जाती हैं और यहां मुस्लिमों की अक्सरियत है. इन सीटों में ओखला, सीलमपुर, जाफराबाद, पुरानी दिल्ली, सोनिया विहार और भजनपुरा इलाक़े की चार सीटें, शकूरपुर बस्ती, चांदनी चौक, माटिया महल और बुराड़ी इलाक़े की दो सीटों पर मुस्लिम वोटर्स की तादाद बहुत ज़्यादा है. बाबरपुर, लक्ष्मी नगर और कृष्णा नगर इलाक़ों में भी मुस्लिम वोटर्स काफ़ी तादाद में मौजूद हैं और किसी भी उम्मीदवार की क़िस्मत का फ़ैसला करने में अहम रोल अदा कर सकते  हैं.


बीजेपी ने चार मुस्लिम उम्मीदवारों को दिया टिकट
एमसीडी इलेक्शन में बीजेपी को मुस्लिम वोटरों के असर वाली सीटों पर काफ़ी मेहनत करनी पड़ती है. इस बार बीजेपी ने चार मुस्लिम उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारे हैं. जबकि 2017 के नगर निगम चुनाव में पार्टी ने 6 मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया था. बीजेपी ने मुस्ताफ़ाबाद से शबनम मलिक, चांदनी महल से हरफान मलिक, क़ुरैश नगर वेस्ट से शमीन रज़ा क़ुरैशी और चौहान बांगर से सबा ग़ाज़ी को उम्मीदवार बनाया है. वहीं, पार्टी ने इस बार पिछड़े मुस्लिम उम्मीदवारों पर भी भरोसा ज़ाहिर करते हुए 2 तेली, एक क़ुरैशी और एक घोसी को क़िला फ़तेह करने के लिए मैदान में उतारा है.


AAP विधायक से अवाम नाराज़
आम आदमी पार्टी ने एमसीडी इलेक्शन में 7 मुस्लिम चेहरे मैदान में उतारे हैं. दिल्ली दंगा से सबसे ज़्यादा प्रभावित रहने वाले मुस्तफाबाद एरिया में आम आदमी पार्टी को अवाम की नाराज़गी का सामना करना पड़ सकता है. इस इलाक़े के नगर निगम चुनाव पर दंगा का असर ज़रूर नज़र आ सकता है. यहां से आम आदमी पार्टी के एमएलए हाजी यूनुस अपोज़िशन के साथ ही आम का निशाना बनते रहे हैं.


बता दें कि एमसीडी में पिछले 15 सालों से बीजेपी क़ाबिज़ है और इस बार कांग्रेस और आम आदमी पार्टी, बीजेपी को नगर निगम के इलेक्शन में कई मुद्दों को लेकर घेरती नज़र आई. एमसीडी इलेक्शन के नतीजों का आज ऐलान किया जाएगा.


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