Delhi School: राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में फैले खतरनाक प्रदूषण को देखते हुए मुख्यमंत्री केजरीवाल ने सभी प्राइमरी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है. शुक्रवार को उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि बच्चों को कोई तकलीफ नहीं होने देंगे. जब तक हालात ठीक नहीं होते स्कूल बंद रहेंगे. साथ ही कक्षा 5 से ऊपर की सभी कक्षाओं के लिए बाहरी गतिविधियों को भी बंद कर दिया गया है. इसके अलावा सीएम केजरीवाल ने बताया कि हम इस पर भी विचार कर रहे हैं कि क्या वाहनों के लिए ऑड-ईवन (सम-विषम) योजना लागू की जानी चाहिए या नहीं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


"पंजाब में पराली जलने की घटनाओं की जिम्मेदारी लेते हैं"
केजरीवाल ने कहा, ‘‘यह वक्त आरोप-प्रत्यारोप और सियासत का नहीं, बल्कि मसले का हल तलाशने का है. केजरीवाल या पंजाब सरकार को दोष देने से कुछ नहीं होगा. केजरीवाल ने कुबूल किया कि पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं की जिम्मेदारी उनकी पार्टी की है क्योंकि वहां आम आदमी पार्टी की सरकार है. उन्होंने कहा,"चूंकि, पंजाब में हमारी सरकार है इसलिए पराली जलाने की घटनाओं के लिए हम जिम्मेदार हैं. हमें वहां सरकार बनाए सिर्फ 6 महीने हुए हैं और कुछ ऐसे मुद्दे हैं, जिनको हल किया जा रहा है. हम हल ढूंढ रहे हैं. समस्या के हल के लिए हमें एक साल का वक्त दें." प्रेस कांफ्रेंस के दौरान केजरीवाल के साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी मौजूद रहे. 


"बच्चों की जिंदगी से खिलाव बंद करे AAP"
सरकार के ऐलान से पहले भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली इकाई ने आम आदमी पार्टी से दिल्ली में सभी स्कूलों को बंद करने की मांग की थी. दिल्ली भाजपा दफ्तर में एक प्रेस कांफ्रेंस को खिताब करते हुए शहजाद पूनावाला ने कहा कि ‘आप’ सरकार बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ बंद करते हुए सभी स्कूल को बंद करे.


"केजरीवाल की नीयत और ईमान प्रदूषित"
सीएम अरविंद केजरीवाल के प्रेस कांफ्रेंस के कुछ ही देर बाद भारतीय जनता पार्टी भी मीडिया के सामने आई. सांसद मनोज तिवारी और संबित पात्रा ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान आम आदमी पार्टी पर संगीन आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल की ‘नीयत और ईमान’ प्रदूषित, भ्रष्टाचार के प्रदूषण से जूझ रही दिल्ली 


नोएडा में भी 1-8 तक के स्कूल बंद
इससे पहले नोएडा में 1-8 तक के सभी स्कूलों को बंद कर दिया था. हालांकि छात्रों की शिक्षा का नुकसान ना हो इसके लिए क्लॉस ऑनलाइन मोड में चलाने की बात कही गई है. DIOS की तरफ से जारी किए गए हुक्म में कहा गया है कि 1-8 तक के सभी स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई चलेगी. इसके अलावा आदेश में यह भी कहा गया है कि अगर मुमकिन हो तो 9 से 12वीं तक के बच्चों की क्लासेस भी ऑनलाइन शुरू की जाएं.