Delhi Smog: बुधवार सुबह दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद और एनसीआर के अन्य हिस्सों में धुंध की घनी चादर छा गई, जिससे विजिबिलिटी में काफी गिरावट आई. सेंट्रल पल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) “बहुत खराब” कैटेगरी में बना हुआ है. सीपीसीबी के आंकड़ों के मुताबिक बुधवार सुबह पांच बजे दिल्ली के आनंद विहार में औसत एक्यूआई 393 था. सरकार ने प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं.


नोएडा का AQI 1133


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स्विस ग्रुप IQAir की लाइव रेटिंग के मुताबिक, नोएडा में AQI 1133 यानी खतरनाक कैटेगरी में बना हुआ है. धुंध और हल्के से मध्यम कोहरे के कारण सुबह के वक्त विजिबिलिटी कम हो गई. विशेषज्ञों का अनुमान है कि धुंध की कंडीशन शाम और रात तक बनी रहेगी, जिससे विजिबिलिटी पर और असर पड़ेगा और निवासियों, खासकर सांस संबंधी समस्याओं वाले लोगों के लिए स्वास्थ्य जोखिम बढ़ेगा.


क्या है कारण?


अक्टूबर और नवंबर में धान की फसल की कटाई के बाद पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने को अक्सर दिल्ली में वायु प्रदूषण बढ़ने के लिए जिम्मेदार ठहराया जाता है. पंजाब और हरियाणा के कई इलाकों में एयर क्वालिटी मंगलवार को 'खराब' श्रेणी में दर्ज की गई, जबकि चंडीगढ़ में यह 'बहुत खराब' रही. आंकड़ों के अनुसार पंजाब में पराली जलाने की 83 नई घटनाएं हुईं, जिससे कुल संख्या 7,112 हो गई.


क्या है हरियाणा के हालात?


पंजाब और हरियाणा की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में रात 9 बजे AQI 349 दर्ज किया गया, CPCB के समीर ऐप के अनुसार, जो हर घंटे अपडेट देता है. पंजाब में मंडी गोबिंदगढ़ में AQI 269, पटियाला में 245, लुधियाना में 233, जालंधर में 212 और रूपनगर में 200 दर्ज किया गया. हरियाणा में कैथल में AQI 291, जींद में 272, पंचकुला में 267, सोनीपत में 240, बहादुरगढ़ में 236, कुरुक्षेत्र में 217, गुरुग्राम में 205 और यमुनानगर में 202 था.