PNB Scam: पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में फरारा हीरा कारोबारी नीरव डी. मोदी की एक प्रॉपर्टी का कोई ख़रीदार नहीं मिलने पर इसकी क़ीमत कम कर दी गई है और डीआरटी ने कुछ अन्य प्रमुख संपत्तियों के साथ इसकी फिर से नीलामी का हुक्म दिया है. पिछले सप्ताह डीआरटी वसूली ऑफिसर अजीत त्रिपाठी ने 22,13,16,39,411 रुपये के बक़ाया के एक हिस्से की वसूली के लिए मरोल में एचसीएल हाउस के साथ ही तीन और संपत्तियों को ई-नीलामी के लिए रखा था. पहले इसका आरक्षित मूल्य तक़रीबन 52 करोड़ था, जिसे अब डीआरटी-1 के ऐलान के मुताबिक़ कम करके 40 करोड़ रुपये कर दिया गया है.


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नीरव मोदी की संपत्तियों की नीलामी
इसके अलावा डीआरटी ने लोअर परेल में पॉश पेनिनसुला पार्क बी की 20वीं बिल्डिंग पर ऑफिस नंबर 2001-2002 समेत नीरव मोदी की और संपत्तियों को नीलामी ब्लॉक में रखा है. जिसका आरक्षित मूल्य 66 करोड़ रुपये और 1.72 करोड़ रुपये से ज़्यादा है. नीरव मोदी की एक और जायदाद नरीमन प्वाइंट में मफतलाल सेंटर की छठी मंजिल के साथ-साथ चार पार्किमग स्लॉट भी ई-हैमर के तहत 62 करोड़ रुपये के आरक्षित मूल्य के साथ जाएंगे. पेडर रोड पर बने ग्रोसवेनर हाउस में नीरव मोदी का 4-बीएचके फ्लैट 15.87 करोड़ रुपये के आरक्षित मूल्य के साथ नीलामी के लिए रखा जा रहा है.


10 फरवरी को ई-नीलामी
ई-नीलामी की तारीख़ 10 फरवरी तय की गई है. इसके पहले तीन फरवरी को डीआरटी द्वारा पुणे में योपुन हाउसिंग स्कीम में नीरव मोदी के दो फ्लैटों की 18 करोड़ रुपये में नीलामी तय की गई है. पीएनबी बनाम फायरस्टार इंटरनेशनल लिमिटेड से संबंधित नई नीलामी की लिस्ट में नीरव मोदी और उसके ग्रुप की कई कंपनियां शामिल हैं. 14,000 करोड़ रुपये से ज़्यादा के अनुमानित घोटाले पर पीएनबी की शिकायत के बाद सीबीआई ने जनवरी 2018 में पहला केस दर्ज किया था, लेकिन तब तक नीरव मोदी, उसकी पत्नी और अन्य आरोपी भारत से फरार हो चुके थे. 


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