चंडीगढ़ः पंजाब के बाबा फरीद स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति राज बहादुर को एक अस्पताल में गंदे बिस्तर पर लेटने के लिए कथित तौर पर मजबूर करने की वजह से शर्म के मारे कुलपति ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. वहीं, इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद कुलपति को ऐसा करने के लिए मजबूर करने वाले पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री चेतन सिंह जौरामाजरा चौतरफा आलोचनाओं से घिर गए हैं. राज बहादुर (71) ने इस्तीफा देने के बाद कहा है कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को उनके साथ हुए ‘दुर्व्यवहार’ के बारे में बताया है और उनसे उन्हें सेवामुक्त करने का अनुरोध किया है. बहादुर ने कहा कि मैं अपमानित महसूस कर रहा हूं. इस घटना के बाद पंजाब के सभी विपक्षी दलों सहित डॉक्टरों के संगठनों ने मंत्री के इस कृत्य की निंदा की है. 



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कुलपति को गंदे बेड पर लेटने के लिए मजबूर किया 
यह घटना शुक्रवार को तब हुई, जब पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री चेतन सिंह जौरामाजरा फरीदकोट स्थित गुरु गोबिंद सिंह मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का निरीक्षण कर रहे थे. यह कॉलेज बीएफयूएचएस के अंतर्गत आता है. सोशल मीडिया पर प्रसारित घटना के एक वीडियो में जौरामाजरा अस्पताल के त्वचा विभाग में रखे एक गद्दे की खराब हालत की तरफ इशारा करते हुए बहादुर के कंधे पर हाथ रखकर कथित तौर पर उन्हें उसी बेड पर लेटने के लिए मजबूर करते दिखाई देते हैं.

40 साल के करिअर में कई प्रतिष्ठित संस्थानों में काम कर चुके हैं कुलपति 
वीडियो में कुलपति स्वास्थ्य मंत्री से यह कहते सुनाई देते हैं कि वह इन सुविधाओं के लिए जिम्मेदार नहीं हैं. इस पर आम आदमी पार्टी (आप) के नेता ने कहा, “सब कुछ आपके हाथ में है.” बहादुर ने चार दशक से ज्यादा वक्त अपने करियर में विभिन्न प्रतिष्ठित स्वास्थ्य संस्थानों में काम किया है. स्पाइनल सर्जरी और जॉइंट रिप्लेसमेंट के विशेषज्ञ बहादुर चंडीगढ़ में राजकीय मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व निदेशक-प्रधानाचार्य रह चुके हैं. वह पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ में हड्डी रोग विभाग के प्रमुख के रूप में भी काम कर चुके हैं. 


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