नई दिल्ली: बिहार में सरकारी अस्पतालों के हालात कितने बेहतर हैं, ये जग जाहिर है. हर कोई बिहार के सरकारी अस्पताल से वाकिफ है. आम आदमी बिहार के सरकारी अस्पतालों में जाने के पहले कई बार सोचता है. ऐसे में सारण जिले के जिलाधिकारी सावन कुमार ने अपनी पत्नी बबली आनंद को प्रसव के लिए प्राइवेट नार्सिंग होम में ले जाने की जगह सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया. जब डीएम सरकारी अस्पताल पहुंचे तो मरीज से डॅाक्टर तक हर कोई हैरान रह गया. डीएम की पत्नी ने एक पुत्र को जन्म दिया है, जो सर्जरी से पैदा हुआ है. जिलाधिकारी सावन कुमार की पत्नी ने एक सरकारी अस्पताल में बच्चे को जन्म दिया है. इस बात की चर्चा अब पूरे बिहार में हो रही है. लोग वहां के सरकारी अस्पताल पर भरोसा जता रहे हैं. सावन कुमार ने पत्नी को प्रसव के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराकर न केवल संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने का संदेश दिया है. जबकि आम लोग जागरूक करने की कोशिश की.


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डीएम की पत्नी ने दिया पुत्र को जन्म
सावन कुमार ने अपनी पत्नी को 12 दिसंबर को 2023 को भभुआ स्थित सदर अस्पताल में भर्ती कराया जहां डाक्टर किरण सिंह की देखरेख में सिजेरियन से प्रसव कराया गया. इस मौके पर डॉक्टरों का कहना है कि जच्चा और बच्चा दोनों पूरी तरह से स्वस्थ और सुरक्षित हैं. डीएम की पत्नी और बेटे को डॅाक्टरों की निगरानी में रखा गया है. सर्जरी के बाद बच्चा एसएनसीयू जबकि मां आइसीयू में है. वहीँ  डॉक्टर विनोद  कुमार सिंह ने बताया कि सर्जरी के मां और बेटे को डॅाक्टरों की निगरानी में रखा जायेगा, और जबतक वो पूरी तरह से ठीक हो जायेंगे तो उन्हें घर जाने की इजाज़त दे दी जाएगी.

सरकारी अस्पतालों पर लोग करें भरोसा
जिलाधिकारी ने कहा है कि संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देना और सरकारी अस्पतालों के प्रति लोगों को भरोसा हो जो लोगों के मन में होता है, कि सरकारी अस्पताल में बेहतर इलाज नहीं होता यह एक भ्रम है. वही डीएम के इस पहल से जहां कुछ लोग तारीफ कर रहे तो .वहीं  दूसरी तरफ कुछ लोग ये कह रहे .जिलाअधिकारी बिहार के सरकार की बढाई करने की कोशिश कर रहे है.