DU में कॉमर्स-आर्ट्स की सीटें फुल; कुछ कॉलेजों में विज्ञान की सीटें खाली, नहीं मिल रहे छात्र
DU colleges face vacancies in science courses: दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज में, कॉमर्स और आर्ट विभागों में ज्यादातर सीटें भर गई हैं लेकिन कॉलेज का कहना है कि हमें तीसरे दौर में भी विज्ञान पाठ्यक्रमों में सीट भरने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
नई दिल्लीः दिल्ली विश्वविद्यालय के दाखिला प्रक्रिया में सीटों के अलॉटमेंट के तीसरे दौर के बावजूद कई विज्ञान पाठ्यक्रमों में सीटें अभी खाली रह गई हैं, खासकर दक्षिण और ऑफ-कैंपस कॉलेज में. कॉलेज प्राचार्यों ने खाली सीटों के लिए दाखिले के अमल में होनी वाली देरी को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने यह भी कहा कि विज्ञान के छात्रों के पास ढेर सारे विकल्प मौजूद हैं, क्योंकि वे वाणिज्य पाठ्यक्रम भी चुन सकते हैं. कॉलेजों को उम्मीद है कि कुछ सीट तीसरे दौर तक भर जाएंगी.
80 हजार से ज्यादा सीटें आवंटित
गौरतलब है कि विश्वविद्यालय ने इतवार को सीट आवंटन की तीसरी लिस्ट जारी की और छात्र आवंटित सीट को मंगलवार तक एक्सेप्ट कर सकते हैं. आवंटन के दूसरे दौर के आखिर में, 61,500 से ज्यादा छात्रों ने यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया है. तीसरे दौर में स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए 16,231 सीट आवंटित की गई थी. सोमवार शाम 7 बजे तक, 9,504 छात्रों ने कॉलेज और उन्हें आवंटित पाठ्यक्रमों को एक्सेप्ट कर लिया है.
दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज में खाली रह गई सींटें
दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज में, कॉमर्स और आर्ट विभागों में ज्यादातर सीटें भर गई हैं. हालांकि, साइंस पाठ्यक्रमों में सीट अभी भी दो अंकों में खाली है. प्राचार्य हेमचंद जैन ने बताया कि कॉलेज में 912 स्वीकृत सीट हैं, और दोपहर तीन बजे तक 748 छात्रों ने शुल्क जमा करके अपना प्रवेश पक्का कर लिया है. जैन ने कहा कि कॉमर्स और आर्ट विभागों में सीट पहले ही भर चुकी हैं. उन्होंने कहा, ‘‘हमें तीसरे दौर में भी विज्ञान पाठ्यक्रमों में सीट भरने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि, हमें उम्मीद है कि इस दौर में ज्यादातर सीट भर जाएगी.’’
किस विभाग में कितनी सीटें खाली
दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज में बीएससी (ऑनर्स) पाठ्यक्रम के लिए वनस्पति विज्ञान में 14, कंप्यूटर साइंस में 10, इलेक्ट्रॉनिक्स में 14, मैथ में 19 और फिजिक्स में 22 सीट खाली हैं. प्राणि विज्ञान और लाइफ साइंस में भी क्रमशः आठ और 12 सीट खाली हैं. ऑफ-कैंपस राजधानी कॉलेज में अधिकतम खाली सीट संस्कृत और रसायन विज्ञान, इलेक्ट्रॉनिक्स और फिजिक्स सहित विज्ञान पाठ्यक्रमों में हैं. कॉलेज में 1,192 स्वीकृत सीट है, और सोमवार रात तक 900 सीट भर गई हैं. प्राचार्य राजेश गिरि ने कहा, ‘‘’विज्ञान के पाठ्यक्रमों में सीट अब भी खाली हैं.
मिरांडा हाउस कॉलेज की पूरी सीटें फुल
हालांकि, मिरांडा हाउस जैसे नॉर्थ कैंपस के कॉलेजों ने कहा है कि वे किसी भी रिक्तियों का सामना नहीं कर रहे हैं. कॉलेज में 1,297 स्वीकृत सीट है और इसने 1,375 छात्रों को दाखिला दिया है. प्रिंसिपल बी नंदा ने कहा, ‘‘सभी पाठ्यक्रमों में ज्यादातर सीटें पहले ही भर चुकी हैं. यहां तक कि विज्ञान पाठ्यक्रमों में भी सीट खाली नहीं है.’’ हालांकि, वह इस बात को कबूल करती हैं कि इस साल विज्ञान पाठ्यक्रमों में सीट भरने में वक्त लगा है, क्योंकि दाखिले का प्रोसेस देर से शुरू हुआ है. नंदा ने कहा, ‘‘हो सकता है कि विज्ञान के स्टूडेंट्स ने पहले ही इंजीनियरिंग या मेडिकल कॉलेजों में दाखिला ले लिया हो. हमारा दाखिला प्रोसेस सितंबर में शुरू हुई थी, जो देर से है.’’
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