Dubagga Madarsa News: लखनऊ के दुबग्गा से बड़ी खबर सामने आई है. यहां किराए के घर में मदरसा चलाया जा रहा था, जहां से 24 बच्चों को छुड़ाया गया है. यह मदरसा दरभंगा के रहने वाले दो भाई चला रहे थे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बच्चों को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्लूसी) के मेंबर्स के सामने पेश किया जाएगा और उन्हें बालगृह में रखा जाएगा.


परिजनों से संपर्क किया जाएगा


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प्रशासन परिजनों से संपर्क करेगा और फिर बच्चों को सुपुर्द किया जाएगा. टीमों ने तीन घंटे का ऑपरेशन चलाकर इन बच्चों को रेस्क्यू किया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक यह मदरसा एक किराए के घर में चलाया जा रहा था और तीन कमरों में बच्चे मौजूद थे. बाल आयोग की टीम मौके पर पहुंची और बच्चों को छुड़ाया गया. इन बच्चों की उम्र 6 साल से 14 साल के बीच है, जिन्हें इस्लामिक जानकारी देने के बहाने यहां लाया गया था.


मान्यता प्राप्त नहीं है मदरसा


ये बात नोट करने की है कि यह मान्यता प्राप्त मदरसा नहीं है. ऐसे ही कई मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें गैर मान्यताप्राप्त मदरसा चलाए जा रहे थे. बाल आयोग को जब पता लगा कि लालनगर खेड़ा के इलाके में गैर मान्यता प्राप्त मदरसा चलाया जा रहा है, तो टीम ने रेड डालने का फैसला किया. जिस मकान में इस मदरसे का संचालन किया जा रहा था उसके मालिक का नाम जीशान हाशमी है, जिसने दरभंगा के रहने वाले इरफान और सैफुल्लाह को अपना मकान किराए पर दिया था.


मदरसा चलाने वाले हैं अनपढ़


खास बात यह है कि मदरसा चलाने वाले एकदम अनपढ़ हैं. न तो उन्हें उर्दू की जानकारी है और न ही हिंदी और अंग्रेजी की कोई जानकारी है. जनवरी में इरफान ने इस संस्था को बनाया था. वह अभी तक जकात ने नाम पर 3.50 लाख रुपये जमा कर चुका था, और इन बच्चों को वह बिहार से लाया था.