न्यूयॉर्कः एक नए रिसर्च में इस बात का दावा किया गया है कि रोजाना अखरोट खाने से रक्तचाप को नियंत्रित करने, वजन करने और मधुमेह को कंट्रोल में रखने के साथ ही हृदय रोग की संभावना को कम करने में मदद मिल सकती है. डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, न्यूट्रीशन, मेटाबॉलिज्म एंड कार्डियोवैस्कुलर डिजीज नामक एक रिसर्च जर्नल में प्रकाशित खोज से पता चला है कि अखरोट खाने वाले समूह में उन लोगों की तुलना में कम रक्तचाप था जो नट्स नहीं खाते थे.

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अखरोट में ओमेगा -3 अल्फा-लिनोलेनिक एसिड पाया जाता है 
शोधकर्ताओं के मुताबिक, अखरोट ही एकमात्र ऐसे नट्स हैं जिनमें ओमेगा -3 अल्फा-लिनोलेनिक एसिड पाया जाता है. शोध ने अखरोट को लॉ ब्लड प्रेशर से जोड़ा है, और सुझाव दिया है कि वे मधुमेह और हृदय रोग को रोकते हैं. हालांकि, इन नतीजों को अभी तक एक कठोर नैदानिक परीक्षण द्वारा तस्दीक नहीं किया गया है. इस रिसर्च के लिए, टीम ने 3,341 अमेरिकी लोगों के डेटा का विश्लेषण किया है, जिनकी उम्र लगभग 45 साल थी. प्रतिभागियों ने 1985 और 2015 के बीच अलबामा विश्वविद्यालय द्वारा संचालित युवा वयस्कों में कोरोनरी धमनी जोखिम विकास (कार्डिया) अध्ययन में हिस्सा लिया था.


इस तरह किया गया रिसर्च 
रिसर्च के शुरू में उनके आहार के बारे में उनका इंटरव्यू लिया गया था, और अध्ययन के सात, 20 और 25 वर्षों में उनका पालन किया गया. इसमें शामिल लोगों में से, 340 जिन्होंने अखरोट खाया, उन्होंने औसतन एक दिन में लगभग 0.6 औंस (19 ग्राम) का सेवन किया, जो अखरोट की सात गुठली के बराबर था. 20 साल की उम्र में, उनकी सेहत की जांच के लिए वापस बुलाया गया, जहां उनका बीएमआई मापा गया, उनके गतिविधि स्तर और रक्तचाप को देखा गया, जिसमें वह सही लेवल पर पाए गए. वैज्ञानिकों ने यह भी सुझाव दिया कि अखरोट से वजन भी कम होता है और यह एक उच्च गुणवत्ता वाला आहार होता है.


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