40 विधायक, 13 एमपी और परिवार के साथ असम के लिए रवाना हुए एकनाथ शिंदे, जानिए वजह
Eknath Shinde: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे असम के दौरे पर हैं. इस दौरान उनके साथ उनके विधायक और परिवार के लोग भी शामिल हैं. इसस पहले उन्होंने मुंबई में 26/11 हमले में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि पेश की है.
शरीफुद्दीन अहमद: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंद अपने 40 विधायकों के साथ असम पहुंच गए हैं. बताया जा रहा है कि वो यहां किसी भी सियासी वजह से नहीं आ रहे हैं बल्कि मां कामाख्या में पूजा अर्चना करने के मकसद आ रहे हैं. इस दौरान शिंदे के साथ उनका परिवार, 40 विधायक और 13 MP भी होंगे. राज्य का मुख्यमंत्री बनने के बाद वो पहली बार असम आए हैं.
26/11 के शहीदों को दी श्रद्धांजलि:
इससे पहले शिंदे ने शनिवार को 26/11 हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने दक्षिण मुंबई में मौजूद पुलिस कमिश्नर दफ्तर में शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि पेश की. इस दौरान उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, मंत्री दीपक केसरकर, चीफ सेक्रेटरी मनु कुमार श्रीवास्तव, राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) रजनीश सेठ, मुंबई पुलिस आयुक्त विवेक फणसालकर और अन्य अफसर मौजूद थे. नवंबर 2008 में हुए इन हमलों में जान गंवाने वाले पुलिसकर्मियों के परिवार वालों ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि दी.
बता दें कि 10 पाकिस्तानी आतंकवादी 26 नवंबर, 2008 को समुद्र के रास्ते मुंबई पहुंचे थे और उनके हमले में 18 सुरक्षाकर्मियों समेत 166 को मार गिराया था. इसके अलावाकई अन्य लोग जख्मी भी हुए थे. इतना ही नहीं करोड़ों रुपये की जायदाद को भी नुकसान पहुंचा था. यह हमला 26 नवंबर को शुरू हुआ था और 29 नवंबर तक चला था. इस दौरान छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस, ओबेरॉय ट्राइडेंट, ताजमहल पैलेस एंड टॉवर, लियोपोल्ड कैफे, कामा अस्पताल, नरीमन सामुदायिक केंद्र जैसे जगहों को निशाना बनाया गया था. अजमल कसाब इकलौता आतंकवादी था जिसे जिंदा पकड़ा गया था. उसे चार साल बाद 21 नवंबर, 2012 को फांसी दे दी गई थी.
रेखा में नहीं हथेली में होनी चाहिए ताकत:
इससे पहले शुक्रवार को शिंदे ने ज्योतिष को लेकर भी बड़ा बयान दिया था. मुझे किसी ज्योतिष के पास जाने की जरूरत नहीं है. मैं हाथों में इतनी ताकत है कि मैं अपना भविष्य बदल सकते हैं. दरअसल एकनाथ शिंदे हाल ही में शिरडी और नासिक के दौरे पर जहां उन्होंने ज्योतिष से मुलाकात की थी. इस मुलाकात पर विपक्ष ने मज़ाक उड़ाया था. जिसके बाद शिंदे ने सतारा जिले के कराड़ में पत्रकारों से कहा, “मुझे किसी ज्योतिष को अपनी हथेली दिखाने की जरूरत नहीं है. हथेलियों की रेखाएं बदलने के लिए आपकी कलाई में ताकत होनी चाहिए और हमें वो ताकत बालासाहेब ठाकरे व आनंद दिघे से मिली है.” उन्होंने कहा कि पूरे देश ने 30 जून (शिंदे के मुख्यमंत्री बनने के दिन) को वह ताकत देखी है.
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