Assembly Election 2023 News: पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे आने में अब कुछ ही घंटों का वक्त बचा है. सभी पार्टियों की धड़कने अब तेज होने लगी हैं, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा इस वक्त तेलंगाना विधानसभा चुनाव को लेकर हो रही है. यहां दो पार्टियां कांग्रेस और AIMIM में जमकर जुबानी जंग हुई थी. चुनावी जनसाभाओं में कांग्रेस नेता और ओवैसी एक-दूसरे पर जमकर बरसते हुए देखे गए. लेकिन ये सियासी दुश्मनी कल यानी चुनावी परिणाम के दिन फिर से देखने मिल सकती है, और ओवैसी की पार्टी AIMIM कांग्रेस को सत्ता की दौड़ से बाहर कर सकते हैं. 


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दरअसल, कुछ एग्जिट पोल एजेंसियों ने ये अनुमान लगाया है कि इस बार तेलंगाना में AIMIM यानी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन सत्ता में बड़ी भूमिका निभा सकती है.  वहीं कई राजनीति जानकारों का मानना है कि ओवैसी यहां पर किंगमेकर बन सकते हैं.


तेलंगाना में एआईएमआईएम का मौजूदा वक्त में 7 विधायक हैं और पार्टी इस बार 9 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों को चुनावी अखाड़ा में उतारे हैं. जिसमें से 7 सीटें ओवैसी को गढ़ कहे जाने वाले इलाके चारमीनार, बहादुरपुरा, मलकपेट, चंद्रायनगुट्टा, नामपल्ली, याकुतपुरा और कारवां शामिल हैं.    


इसके अलावा राजेंद्र नगर और जुबली हिल्स सीट से भी AIMIM ने उम्मीदवार खड़े किए हैं. बता दें कि जुबिली हिल्स सीट से पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद अजहरुद्दीन भी चुनावी मैदान में हैं. इस लिए ये सीट और भी दिलचस्प हो गई है. 


इस वजह से कांग्रेस की टेंशन बढ़ी
वैसे तो ज्यादातर एग्जिट पोल सर्वे में कांग्रेस को पूर्ण बहुत मिलते हुए दिखाया है, लेकिन PolStrat ने अपने सर्वे में किसी को भी स्पष्ट बहुमत नहीं दिया है. PolStrat के मुताबकि, यहां पर कांग्रेस को 49-56, BRS को 48-58 और BJP को 5-10 सीटें मिलने का अनुमान है. जबकि AIMIM को 6-8 सीटें मिलने की उम्मीद जताई गई है. अगर नतीजे इसके मुताबिक रही तो कांग्रेस का खेल बिगड़ सकती है.


गौरतलब है कि तेलंगाना विधानसभा में कुल 119 सीटें हैं और यहां किसी भी पार्टी को सरकार बनाने के लिए 60 सीटों की जरूरत होगी. लेकिन कांग्रेस को इस सर्वे के मुताबिक 4 विधायकों की जरूरत होगी. ऐसे में कांग्रेस के पास कोई दूसरा विकल्प नहीं होगा, क्योंकि कांग्रेस न तो AIMIM और नहीं बीजेपी के साथ जाएगी, इस स्थिति में AIMIM सत्ताधारी पार्टी BRS को सपोर्ट कर केसीआर की फिर से सरकार बना सकते हैं. यही कारण है कि ओवैसी को यहां पर किंगमेकर माना जा रहा है.