कभी थे प्रिंटिंग प्रेस के मालिक; अब दंपत्ति कढ़ी-चावल का स्टॉल लगाकर भर रहे पेट
Faridabad News: कोरोना और लॉकडाउन में न जानें कितने ही लोगों को नौकरी गंवानी पड़ी. साथ ही कारोबार में भी नुकसान हुआ. फरीदाबाद में रहने वाले पति-पत्नी एक प्रिंटिंग प्रेस के मालिक थे, लेकिन लॉकडाउन में उन्हें नुकसान हुआ और अब फूड स्टॉल लगाकर अपने खर्च पूरे कर रहे हैं.
Haryana Couple Food Stall: जीवन में कब कौन सा मोड़ आ जाए और हम कहां पहुंच जाएं ये कहा नहीं जा सकता. हरियाणा के फरीदाबाद में रहने वाले एक जोड़े की कहानी ऐसी ही है. ये दंपति पहले एक प्रिंटिंग प्रेस के मालिक थे और अच्छी ज़िंदगी गुज़ार रहे थे लेकिन फिर अचानक कोरोना और लॉकडाउन ने इनका पूरा जीवन ही बदल कर रख दिया. लॉकडाउन के दौरान नुकसान उठाने वाले लोगों में ये दोनों भी शामिल हैं और अब हालात ये हैं कि कभी मालिक बनकर आलीशान ज़िंदगी गुज़ारने वाला ये जोड़ा एक फूड स्टॉल चलाकर अपनी रोटी- रोजी चला रहा है.
कोविड और उसके बाद के लॉकडाउन ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया. उसके बाद जैसे लोगों की जीवन शैली ही बदल गई. कोविड और लॉकडाउन लोगों पर क़हर बनकर टूटा. इस दौरान काफी लोगों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा, कुछ को नुकसान हुआ जबकि कुछ लोगों को अपना कारोबार पूरी तरह से बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ा. फरीदाबाद में एक पति-पत्नी जो पहले एक प्रिंटिंग प्रेस के मालिक थे, लेकिन लॉकडाउन के दौरान उन्हें काफ़ी नुकसान झेलना पड़ा और अब वे हालत ये है कि वो एक फूड स्टॉल चलाकर अपनी रोटी-रोजी कमा रहे हैं.
फरीदाबाद के दंपत्ति का वीडियो फूड ब्लॉगर जतिन सिंह ने सोशल मीडिया पर शेयर किया था. क्लिप में नज़र आ रहा है कि दोनों अपने स्टॉल पर खड़े हुए हैं. छोटी सी क्लिप में वह व्यक्ति कहता है, "मैं एक प्रिंटिंग प्रेस चलाता था, लेकिन लॉकडाउन के दौरान यह बंद हो गया. फिर, मैंने कुछ समय के लिए नौकरी की, लेकिन हमारे रोजाना के खर्चों को पूरा करने के लिए ज्यादा पैसों की जरूरत थी. इसलिए, हम दोनों ने अपना खुद का काम शुरू करने का फैसला किया क्योंकि हम खाना बनाना जानते थे." अब दोनों कढ़ी चावल और राजमा चावल बेच कर अपना पेट भर रहे हैं. कपल ने दोनों खानों के रेड 40 रुपए प्लेट रखे हैं और वो अपने काम से काफ़ी मुतमइन नज़र आ रहे हैं.
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