चंडीगढ़ः केंद्र सरकार की अग्निपथ भर्ती योजना के खिलाफ आंदोलन शुक्रवार को दूसरे दिन भी जारी रहा. प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के करीब, हरियाणा के कुछ हिस्सों में सड़कों और रेलवे पटरियों को बंद कर दिया. वहीं, इस आंदोलन में खास बात यह है कि इसमें अब अब किसान संगठनों के साथ ही खाप पंचायतें (कम्युनिटी कोर्ट) भी इस आंदोलन में शामिल हो रही हैं.

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इंटरनेट सेवाओं पर लगी रोक 
हिंसा की आशंका को देखते हुए, सरकार ने शुक्रवार को फरीदाबाद जिले के बल्लभगढ़ में इंटरनेट सेवाओं को कुछ वक्त के लिए सस्पेंड कर दिया है, जबकि गुरुग्राम में धारा 144 लागू कर दी गई है. यानी चार से ज्यादा लोगों के जामा होने पर रोक लगा दी गई है. रोहतक, झज्जर, नारनौल, फरीदाबाद, रेवाड़ी, चरखी दादरी और गुरुग्राम जिलों में शुक्रवार को बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किए गए.



रोहतक में भाजपा मुख्यालय के सामने धरना 
बीकेयू (चढूनी) के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी के नेतृत्व में शुक्रवार को कृषि कार्यकर्ताओं ने रोहतक में भाजपा मुख्यालय के सामने एक दिवसीय अनशन व धरना दिया. अग्निपथ योजना को देशद्रोही और देश की सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए चढूनी ने इसे फौरन वापस लेने की मांग की. हालांकि, उन्होंने युवाओं से हिंसा में शामिल न होने की अपील की है. वहीं, हुड्डा खाप के अध्यक्ष ओम प्रकाश हुड्डा भी धरना स्थल पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को अपनी हिमायत दी. 

हिंसा में शामिल पाए जाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा
वहीं, हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा है कि विरोध प्रदर्शन करना एक लोकतांत्रिक अधिकार है, लेकिन हिंसा में शामिल पाए जाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. विज ने साफ तौर पर कहा है कि हालात से निपटने के लिए विशेष निर्देश पहले ही जारी किए जा चुके हैं. उन्होंने कहा कि दंगाइयों की पहचान की जा रही है और उचित कार्रवाई की जाएगी. पलवल जिले में गुरुवार के विरोध प्रदर्शन पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने हिंसा के लिए 1,000 से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. 


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