Delhi: दिल्ली फायर डिपार्टमें ने दिवाली की रात को आपातकालीन कॉल की अभूतपूर्व संख्या की सूचना दी है, जो पिछले 10 सालों में सबसे ज्यादा तादाद है. 1 नवंबर तक, अधिकारियों ने पुष्टि की कि उन्हें राजधानी भर में आग दुर्घटनाओं और इमरजेंसी केंडीशन से संबंधित 320 संकट कॉल प्राप्त हुए, जो पिछले सालों की तुलना कहीं ज्यादा है.


फायर डिपार्टमेंट को रिकॉर्ड तोड़ कॉल


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दिल्ली फायर सर्विस ने बताया कि आग से जुड़ी घटनाओं में बढ़ोतरी की वजह से कम से कम तीन लोगों की मौत हुई है. आग से जुड़ी घटनाओं में कम से कम 12 लोग घायल भी हुए हैं. इससे पहले समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए दिल्ली अग्निशमन सेवा के निदेशक अतुल गर्ग ने कहा था कि आधी रात से सुबह 6 बजे के बीच लगभग 158 आग से संबंधित घटनाएं दर्ज की गईं.


नहीं आई कोई बड़ी कॉल


न्यूज एजेंसी एएनआई को अतुल गर्ग ने बताया,"कोई बड़ी कॉल नहीं आई, लेकिन हमें बहुत सारी कॉल आईं. कल शाम 5 बजे से आधी रात तक, लगभग 192 कॉल दर्ज की गईं, और आधी रात से सुबह 6 बजे के बीच लगभग 158 और कॉल दर्ज की गईं. शाम 5 बजे से सुबह 5 बजे तक, केवल 12 घंटों में 300 का आंकड़ा पार हो गया." उन्होंने कहा कि कोई बड़ी आग नहीं लगी, क्योंकि इस साल दिवाली के लिए अग्निशमन बल बढ़ा दिया गया था.


दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की बस में आग लगने की घटना के संबंध में डीएफएस निदेशक ने कहा कि एक कॉल आई थी और अधिकारियों को बताया गया था कि एक व्यक्ति डीटीसी बस में पोटाश ले जा रहा था, जिसमें विस्फोट हो गया. उन्होंने बताया, "शाम करीब साढ़े छह बजे नजफगढ़ इलाके से सूचना मिली कि एक व्यक्ति डीटीसी बस में पोटाश लेकर जा रहा है, जिसमें विस्फोट हो गया. पोटाश का इस्तेमाल मुख्य रूप से पटाखे बनाने में होता है और यह बहुत ज्वलनशील होता है. दो लोग घायल हो गए. दो दमकल गाड़ियों को मौके पर भेजा गया."