राहुल गांधी इन दिनों अमेरिका का दौरे पर हैं. उन्होंने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के एक प्रोग्राम में लोगों से खिताब किया. इस प्रोग्राम में राहुल गांधी ने लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य होने पर पहली बार प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने जो बयान दिया है उसमें उनका दर्द छलका है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

राहुल गांधी ने अपनी लोकसभा सदस्यता रद्द होने पर कहा कि "मैं पहला व्यक्ति बनूंगा जिसे मानहानि के मामले में सबसे बड़ी सजा मिलेगी और लोकसभा की सदस्यता गंवानी पड़ेगी. लेकिन राजनीतिक तौर पर इससे मुझे ज्यादा बड़ा मौका मिला है."


राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के बारे में भी बात की है. उन्होंने कहा कि "भारत में समूचा विपक्ष संघर्ष कर रहा है. संस्थाओं पर कब्जा है. लोकतांत्रिक लड़ाई लड़ने के लिए हम संघर्ष कर रहे हैं. इसीलिए कुछ महीनों पहले हमने पूरे भारत में यात्रा करने की सोची."


यह भी पढ़ें: The Kerala Story: नसीरुद्दीन शाह समेत इन दिग्गजों ने द केरल स्टोरी को बताया प्रोपेगेंडा, बोला न देखा है न देखूंगा


राहुल गांधी ने अपने राजनीतिक सफर के बारे में बताया है. उन्होंने कहा कि वह जिस चीज को सोचकर राजनीति में आए थे उससे राजनीति बिलकुल अलग है. उनके मुताबिक उन्होंने 2000 में राजनीति ज्वाइन की थी. 


राहुल गांधी ने कहा कि "मुझे लगता है कि इसने मुझे बड़ा अवसर दिया है. शायद जो अवसर मेरे पास होता, उससे बहुत बड़ा है. राजनीति इसी तरह काम करती है."


ख्याल रहे कि इसी साल मार्च में सूरत कोर्ट ने राहुल गांधी को मानहानि मामले में 2 साल की सजा सुनाई थी. इसके बाद राहुल गांधी राज्यसभा सदस्यता के लिए अयोग्य करार दिए गए थे. कोर्ट के इस फैसले को राहुल गांधी ने चुनौती दी थी. 


Zee Salaam Live TV: